Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari

1- दिन ये मइय्यत से लगने लगते है, जिनके लिए हम दुखी हो रहे हैं वो किसी और को खुश रखते है।

2- जान हम उन पर छिड़कते हैं और वो किसी और पर जान निसार करते हैं, हम उनकी चाहत के लिए तड़प रहे हैं पर वो किसी और से प्यार करते हैं।

3- अब किसी और के लिए करते हैं जो कुछ हमारे लिए करते थे , वो अब किसी और के लिए जी रहे हैं जो कभी हम पर मरते थे।

4- हम अपने दिल को ये कह कर तसल्ली देते रहे, की जो मेरा ना हो सका किसी और का क्या होगा।

5- ज़िन्दगी के अगले क़दम बढ़ने से पहले, मंज़िलें सारी चढ़ने से पहले, बस एक आखरी ख्वाहिश यही है जीना है संग तेरे मरने से पहले।

6- हम उसे सच्चे दिल से प्यार करते हैं वो किसी और से प्यार करते हैं भूल मत जिसे तुम प्यार करती हो वो किसी और से प्यार करता हैं।

7- मत पूछ मुझसे की इश्क़ में मेरी क्या नौबत हुई, दुनिया में सबसे ज्यादा चाहकर भी उसे दुनिया में किसी और से ही मोहोब्बत हुई।

8- जिसके होते हम किसी और को याद तक नहीं करते थे, ताज्जुब है की उसने किसी और के लिए हमे भुला दिया।

9- तन्हाई में अक्सर हम खुद से ये सवाल करते हैं, की उन्हें इतना टूट कर चाहने के बाद भी वो किसी और से मोहोब्बत करते हैं।

10- हम तो उनके लिए सीढ़ी की तरह थे मानों हम पर चढ़कर वो हमारा इस्तेमाल कर किसी दूसरे के हो गए।

11- गम नहीं की दौलत ना मिली शौहरत ना मिली, गम इस बात का है की इतना चाहने के बाद भी हमे उनकी मोहोब्बत ना मिली।

12- वो रात बन कर रह गई ज़िन्दगी जिसका सवेरा ना हुआ, हमने उसके नाम कर दी ज़िन्दगी जो कभी मेरा ना हुआ।

13- बहारें वो गुलों की कभी खिली ही नहीं, जिसे दिल से चाहा हमने वो कभी मिली ही नहीं।

14- उसे भूल जाने की कसम खाता तो हूँ मगर, टपक पढ़ते हैं आंसूं, कसम फिर टूट जाती है, कोशिशें लाख कर ली मगर हर बार कहीं ना कहीं कसर छूट जाती है।

15- प्यार हम भी करते है प्यार वो भी करती है बस फ़र्क़ इतना है जनाब हम किसी और से करते है वो किसी और से करती है।

16- जख्म के बदले जख्म मिले पर राहत के बदले राहत ना मिली, नफरत के बदले नफरत तो मिली पर चाहत के बदले चाहत ना मिली।

17- ख्वाहिश किसी चीज़ की नहीं की कभी खुदा से, हाँ एक दफा बस इतना कहा था तू मिल जाती तो सूलूं मिल जाता।

18- मोहोब्बत वो सफर है जिसका अंजाम यही होता है, तुम उसके हो जाते हो जो किसी और का हो चूका होता है।

19- अपनी ही मोहोब्बत से मुकरना पड़ा मुझे, जब देखा उसे किसी और के लिए रोते हुए।

20- दवा ये बस झूठे लोगों को मिलती है, ये सच्ची मोहोब्बत ना जाने क्यों झूठे लोगों की मिलती है।

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21- अपनी चाहत को किसी और का होते देखा है, मैंने बहार से मुस्कुराते हुए अपने दिल को रोते हुए देखा है।

22- मैं हर बात में उसकी ही बात करता रहा, उसने एक दफा याद भी नहीं किया जिसकी याद में, मैं मरता रहा।

23- उसे चाह कर भी उसकी चाहत ना मिली, ढूँढा बहुत मगर उस सी दूसरी कोई आदत ना मिली।

24- तुझसे क्या तेरी राह से भी दूर रहते, तू बता देती अगर तू किसी और को चाहती है सच कहते हैं तेरी निगाह से भी दूर रहते।

25- हम रह जाना चाहते थे उसी का होकर, जो रह जाता है हर किसी का होकर।

26- परेशान रहता हूँ सोच कर की अब इस इश्क़ के दौर का क्या होगा, तू जो मेरा ना हुआ वो किसी और का क्या होगा।

27- तुझे खुद और खुदा से भी ज्यादा माना हमने, गम तो होना ही था रास्ता चुना था अनजाना हमने।

28- काश तेरी गली में कभी आते ही नहीं, मोहोब्बत के इस ज़माने में खुद को आज़माते ही नहीं, जो तू बता देती की तू किसी और को चाहती है खुदा क़सम हम तुझे कितना चाहते हैं ये बताते ही नहीं।

29- रो पढ़ा वो शक्स आज अलविदा कहते कहते, मेरी शरारतों पे जो देता था धमकियाँ जुदाई की।

30- भुला सकूं तुझे अभी इतना काबिल ना हुआ, गया था दूर तुझे भुलाने के लिए पर तेरी यादों के सिवाय कुछ हासिल ना हुआ।

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