Best Character Quotes In Hindi

1- आपका मित्र कौन और कैसा है यह बताता है की आपका चरित्र कैसा है।

2- पूजा चित्र की नहीं अपितु चरित्र की होना आवश्यक है।

3- उस आदमी के साफ़ चेहरे का कोई फायदा नहीं जिसकी नीयत ही गन्दी हो।

4- एक आलिशान मज़बूत घर बनाना भी उतना मुश्किल कार्य नहीं, जितना एक मज़बूत चरित्र को बनाना है।

5- उस इंसान को कोई चाहकर भी गिरा नहीं सकता जो इंसान अपने उसूलों पर चलता हो।

6- उस इंसान का चरित्र सबसे ज्यादा खराब होता है जो दूसरों के चरित्र पर दाग लगाने का प्रयास करता है।

7- चरित्र ही व्यक्ति का असली चेहरा होता है।

8- ऐसा कार्य खराब नहीं जिनसे कपड़ों पर दाग लग जाए परन्तु ऐसा कार्य सबसे अधिक खराब है जिससे चरित्र पर दाग लग जाए।

9- एक भव्य मकान का निर्माण उतना कठिन कार्य नहीं है जितना कठिन कार्य एक भव्य चरित्र का निर्माण करना है।

10- नियत और सोच यह दो चीज़ें एक बार गिर जाती है तो इन्हे चाहकर भी उठाया नहीं जा सकता।

11- अच्छे चरित्र के धनि व्यक्ति को किसी के द्वारा पसंद आने के लिए अन्य गुण की आवश्यकता नहीं होती है।

12- चरित्र वृक्ष है, और प्रतिष्ठा उसकी छाया।

13- अच्छे चरित्र की पहचान कपड़ों एवं चेहरे से नहीं होती अपितु अच्छे गुणों से होती है।

14- वह व्यक्ति जो अपनी नियत को गिरा देता है वह जल्द ही दुनिया की और अपनी नज़रों से गिर जाता है।

15- वह चरित्र, चरित्र नहीं मौसम के सामान है जो कुछ रुपयों के लिए बदल जाए।

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16- ऐसे लोग जो आपके मुँह पर कुछ और हों और पीठ पीछे कुछ और ऐसे लोगों का चरित्र गिरगिट के सामान होता है।

17- चरित्र शरीर की असल आत्मा है जिस दिन वो ख़त्म हो जाएगा उस दिन शरीर के होने का कोई फायदा नहीं है।

18- एक बात हमेशा याद रखिएगा जैसा आपका मित्र होगा वैसा ही आपका चरित्र होगा, और जितना बेहतर आपका चरित्र होगा उतना ही बेहतर भविष्य होगा।

19- जो अपने चरित्र को मज़बूत बना लेता है उसे कोई परेशानी या मजबूरी अपने आगे झुका नहीं सकती।

20- कपड़ों पर दाग लगने देना पर कभी अपने चरित्र पर दाग मत लगने देना।

21- जिस व्यक्ति का अपने मन पर काबू हो जाता है उसे कोई भी मुश्किल अपने वश में कर हरा नहीं सकती।

22- चरित्र एक सफ़ेद कपड़े के सामान है जो एक बार गन्दा हो गया तो फिर दोबारा वैसा ही साफ़-सुथरा नहीं हो सकता।

23- किसी की अच्छाई को परकने का सबसे बेहतर माप उसके कपड़े नहीं अपितु उसका चरित्र है।

24- ज़मीन के चक्कर में जो ज़मीर बेच देते है वो अमीर नहीं फ़क़ीर हैं।

25- बेईमानी के नाम से बेहतर बेनामी है।

26- जिसकी नियत खराब होती है वो सफेदी में भी कलंक ढूंढ़ने का प्रयास करता है, परन्तु जिसकी नियत साफ़ होती है वह कीचड़ में भी कमल को ढूंढ निकालता है।

27- वह चरित्र ही है जो गरीबी में भी हाथ फ़ैलाने की नौबत नहीं आने देता।

28- चरित्र एवं बड़ा नाम ठोकर खाए बिना नहीं बनता।

29- चरित्र एवं इज़्ज़त दो ऐसी चीज़ें है जो एक बार खराब हो जाए तो फिर दोबारा नहीं बन सकती।

30- जो आत्म-सम्मान को आत्मा के सामान अपने शरीर के भीतर रखता है वह व्यक्ति एक श्रेष्ठ चरित्र का धनि होता है।

31- वह व्यक्ति जो आलस करता है वह कभी श्रेष्ठ चरित्र का निर्माण नहीं कर सकता।

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