Sushant Singh Rajput Quotes In Hindi

Sushant Singh Rajput Quotes In Hindi

1- कुछ दर्द ऐसे बिन कहे आते हैं, कि पेड़ हरे होते हैं और टूट जाते हैं।

2- एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे सब रिश्ता इस जमीन के तोड़ जायेंगे जैसे जी चाहे सता लो मुझको एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।

3- यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िन्दगी हादसा ये भी कम नहीं कि हमें मौत न मिली।

4- वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे काश एक वादा ही उसने निभाया होता मौत का किसको पता कि कब आएगी पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता।

5- सुख मेरा काँच सा था ना जाने कितनों को चुभ गया।

6- आजमाया तो बहुत गया था पर कभी अपनाया नहीं गया।

7- तमाम उम्र जो हमसे बेरुखी की सबने कफ़न में हम भी अजीज़ों से मुँह छुपा के चले।

8- नाम छोटा है मगर दिल बड़ा रखता हूं पैसों से इतना अमीर नहीं हूं मगर अपने दोस्तों के गम खरीदने की हैसियत रखता हूं

9- वह जिंदगी की कशमकश में थोड़ा उलझ गया हूं दोस्तों वरना हम भी उनमें से हैं जो दुश्मनों को भी अकेले महसूस नहीं होने देते

10- कितने सितारे अपने बलबूते चमकते हैं आसमान में, और सारी तवज्जो Nepotism की रोशनी से चमकने वाला चाँद ले जाता है।

11- तेरे ही नाम से जाना जाता हूं मैं ना जाने यह शोहरत है यह बदनामी बुरे हैं हम तभी तो जी रहे हैं अच्छे होते तो दुनिया जीने नहीं देती।

12- सबका प्यारा था तेरी माँ का आखों का तारा था, सब तारों में से चमकता एक तू ही न्यारा था, मंदिरों के दर पर जाकर# मांगी थी तेरे लिए दुवा, एक बहन की ख़ुशी का तू ही तो सहारा था।

13- हाथों की लकीरों ने किस्मत को खोला, वक्त की जंजीरों ने जिंदगी को तोला।

14- क्यों अकेलेपन को# अपना रहे थे अपनों से दूर जा रहे थे कुछ तो कहां होता वक्त से पहले मौत को गले लगा रहे थे।

15- मरेंगे भी उस अंदाज से जिस अंदाज में लोग जीने को भी तरसते हैं।

16- पैसा ही सब कुछ नहीं हैं इस दुनिया में, कुछ लोग पैसा पाकर भी खुश नहीं हैं इस दुनिया में।

17- बिना बताये तुम गम देकर चले गए, आखिर क्यों तुम हम सबको यूह अकेला छोड़ गए।

18- गैरो के शहर में रहने को ये इम्तिहान जरूरी है आँखों में आँसू और चेहरे पे मुस्कान जरूरी है।

19- अब कुछ इस तरह से तुझसे यारी रहेगी तेरे किरदारों से मुलाकात जारी रहेगी।

20- तेरे हुनर ने देखो ऐसे रंग दिखाए है गैरो की आँखों में भी आंसू लेके आए है।

21- जब जिंदगी से बड़ी बेबशी होती है तब जाके कहीं ख़ुदकुशी होती है।

22- कैसे ख़ामोशी समझेंगे उसकी कैसे उसे सम्हाला जायेगा जब ऐसी मुस्कानो के पीछे गम को पाला जायेगा।

23- जिस महफ़िल ने ठुकराया हमको, क्यों उस महफ़िल को याद करे, आगे लम्हे बुला रहे हैं , आओ उनके साथ चले।

24- जिंदगी एक सफर हैं सुहाना, यहां कल क्या हो किसने जाना।

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