`28+ Best Sach Quotes In Hindi
1- मुँह झूठ का काला होता है पर दुनिया को सच दिखाई नहीं देता।
2- सच नहीं दवा कह लो साहब हर किसी की जुबां को ये कड़वा लगता है।
3- मीठे झूठ का स्वाद सबकी जुबां को इतना भा गया हैं की लोगों ने कड़वे सोच बोलने ही छोड़ दिए हैं।
4- लोग जो मज़ाक मज़ाक में कह जाते हैं वही सच होता है बाकी तो सब झूठ होते हैं।
5- सच्चे इंसान की एक निशानी ये है की उसे कोई पसंद नहीं करता और झूठे आदमी की ये निशानी है की वो सबको पसंद करता है।
6- सच पर चाहे कितने ही परदे डाल लो वो एक ना एक दिन नंगा हो ही जाता है।
7- सच की आवाज़ में इतनी चुभन होती है की कहने वालों की जुबां कट जाती है और सुनने वालों के कान के परदे फट जाते हैं।
8- सच तो यह है की खुद को सच्चा कहने वाले सबसे बड़े झूठे होते हैं।
9- सच कहने वालों की कमी हो गई क्यूंकि सच सुनना किसी को पसंद नहीं है।
10- ये कलियुग है साहब यहाँ सच पर सवाल खड़े हो जाते हैं, और झूठ को बैठे-बैठे सच मान लिया जाता है।
इन्हे भी पढ़े:-
11- ऐसा नहीं है की सच दिखाई नहीं देता बस उसे अनदेखा करने का दिखावा किया जाता है।
12- झूठ का सम्मान इतना बढ़ चूका है की लोग सच का सामना कर ही नहीं पाते।
13- झूठ कह कर भी खुद को सच साबित नहीं कर पाता और सच खामोश रह कर भी साबित हो जाता है।
14- मुझे जब उसने धोखा दिया जिसकी आँखों में मुझे मेरे लिए प्यार दिखता था मैं समझ गया उस दिन से की आँखों देखा हमेशा सच नहीं होता।
15- अफ़सोस क़ानून के हाथ तो लम्बे होते हैं पर आँखे इतनी तेज़ नहीं होती की सच देख सके।
16- इंसान उस दिन से कुछ भी कहने से बचने लगा जब से झूठ भी सच जैसा दिखने लगा।
17- सच के साथ कोई खड़ा हो ना हो सच के क़ादों में इतनी जान होती है की वो अपने आप खड़ा हो जाता है।
18- झूठ कहते रहो तो रिश्ते बने रहते हैं, रिश्ते अगर टूटते हैं तो सिर्फ सच कहने से।
19- झूठ चाहे कितना भी तेज़ क्यों ना दौड़ता हो एक ना एक दिन ज़रूर पकड़ा जाता है।
20- समझ नहीं आता जब बुराई झूठ फैलाता है तो फिर लोगों को सच क्यों बुरा लगता है।
21- सच अब सुनाई नहीं देता क्यूंकि सच सुनना किसी को पसंद नहीं है।
22- वो इंसान ज़रूर मंज़िल तक पहुंच जाएगा जो सच के सहारे पर चल रहा है।
23- सच सूरज की तरह है. आप उस पर कुछ देर के लिए पर्दा डाल सकते हैं पर वह कहीं जाने वाला नहीं।
24- होश में इंसान हमेशा झूठ की राहों में भटक जाता है, सिर्फ नशा ही है जो उसके मुँह से फिर से सच निकलवा देता है।
25- झूठ का अँधेरा कितना ही गहरा क्यों ना हो सच का सवेरा इसे मिटा ही देता है।
26- परेशान सब है झूठों से यहाँ पर फिर भी कोई सच कहने को तैयार नहीं है।
27- सच की कुदरत ही ऐसी है वो सामने आ ही जाता है।
28- अजीब जमाना आ गया है लोग झूठ सुन कर खुश हो जाते है और सच सुन कर नाराज़।
29- गर आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेगा। – Rabindrnath Tagore