Hamari Adhuri Kahani Shayari

Hamari Adhuri Kahani Shayari – (अधूरी महोब्बत पर शायरी)

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1- शानदार थी कहानी पर अधूरी रह गई, इतने मोहोब्बत के बाद भी दूरी रह गई।

2- मेरी ज़िन्दगी से एक बात तो सीख ली मैंने की यहाँ हर कहानी का कारवा ख़ुशी से ख़त्म नहीं होता।

3- हर शायर को महफ़िल नहीं मिलती, हर मुसाफिर को मंज़िल नहीं मिलती, हर दुआ करने वाले की पूरी नहीं होती मन्नत, हर साफ़ दिल वाले को जन्नत नहीं मिलती।

4- मोहोब्बत अधूरी रह गई गम इसका नहीं मुझे, मोहोब्बत पूरी शिद्दत से की थी गम इस बात का है मुझे।

5- हम उनके लिए तड़प रहे हैं उन्हें फ़िक्र भी नहीं, यहाँ आँखों से आंसू नहीं थम रहे उनकी जुबां पर ज़िकर तक नहीं।

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6- मैं अपने ख्यालों में उसका ख्याल करती रही, कब उसे मुझ से मोहोब्बत होगी ये सवाल करती रही।

7- इस कदर तोड़ गए वो हमे की फिर किसी से जुड़ना भी चाहेंगे तो जुड़ नहीं पाएंगे।

8- तुझे अपना बना ना सके ये बात ज़रूर खलती रहेगी पर तू किसी और के साथ खुश है ये देख के हम भी खुश है।

9- तू जो मर्ज़ी कर साथ मेरी ज़िन्दगी के साथ आखिर मैंने तुझे ही तो मेरी ज़िन्दगी माना है।

10- ख़त्म हो गई जो रही सही कसर थी, तेरी ये मोहोब्बत कभी फिर मोहोब्बत ना करने का सबक थी।

11- तुझे हमसफ़र बना कर इतना तो जान गए हैं की हर मुसाफिर को सफर में मंज़िल नहीं मिलती।

12- हमने मोहोब्बत खोई उन्होंने मोहोब्बत करने वाला, माना हमने अपनी चाहत गवाई पर उन्होंने भी गवाया अपना चाहने वाला।

13- ज़रा संभाल कर रखिएगा अपनी मोहब्ब्बत को जनाब ख़्वाब और सीश्ते कब टूट जाएं कोई नहीं जानता।

14- आंसू नहीं मेरे जज़्बात है ये, तुझे जान से ज्यादा चाहते थे सच बात है ये।

15- कोई ध्यान में ऐसे अपने भी है मेरे जो बस नज़रों के आगे दिखने को मेरे हैं।

16- मोहोब्बत ख़त्म हो गई किस्से अभी भी चल रहे है, मेरी मोहोब्बत अभी भी बाकी है इसलिए तेरी नफरत की आग में जल रहे हैं।

17- आज फिर बैठे हैं हीचिकियों के इंतज़ार में, जानना चाहता है कब कब याद करते हैं वो हमे।

18- मेरे आंसू तेरे लिए पानी है बस, मेरी सच्ची मोहोब्बत तेरे लिए किस्से कहानी है बस।

19- जिनसे दवा की उम्मीद हो उन्ही से जख्म मिलते है, सभी से गम मिलते है इसलिए सभी से ज़रा कम मिलते हैं।

20- बयां करने थे बस दो लफ्ज़ मोहोब्बत के, कम्बख्त जुबां ने साथ ना दिया और आँखे तुम हमारी पढ़ ना सके।

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21- याद में हम तेरी बर्बाद हो गए तू भूल कर हमे जैसे संवर ही गया।

22- ऐ ज़िन्दगी हमे रुलाया ना कर हमारे पास कोई चुप कराने वाला भी नहीं।

23- मिले थे हमसे तो इस क़दर की हम उस बेक़दर से बेइन्तेहाँ मोहोब्बत कर बैठे।

24- हमे तकलीफ में देख कर खुश थे वो, हम उन्हें खुश देख कर तकलीफ में भी खुश हो गए।

25- वो मेरी ज़िन्दगी में साया बन कर आए अँधेरा क्या आया गायब हो गए।

26- जिस्म की मोहोब्बत करने वाले बहुत मिल जाएंगे तुझे पर हम सा दिल से चाहने वाला मिल जाए तो कहना।

27- यकीन तो पहले भी ज्यादा नहीं था मोहोब्बत पर मुझे तेरे बाद तो जैसे यक़ीन का जनाज़ा ही उठ गया।

28- रात सारी गुजरी है यादों में तेरी दिन काट रहे है तेरे इंतज़ार में, अगर बर्बाद होने को ही मोहोब्बत कहते हैं तो कोई फ़र्क़ नहीं सजा और प्यार में।

29- बहुत मासूम होते हैं ये आंसू भी गिरते उनके लिए है जो इन्हे पोंछने तक नहीं आते।

30- हमे मोहोब्बत बेपनाह थी उनसे, आज रो कर सोचते हैं बेवजह थी उनसे।

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