29+ Ajnabi Shayari In Hindi
1- अपने जो पहले थे पराए आज सभी हो गए, अनजान थे जान बने फिर अजनबी हो गए।
2- जाना चाहता हूँ ऐसे जहान में जहाँ सब अनजान हो।
3- अनजान ही अच्छे होते है साहब जानने वाले दिल बहुत दुखाते है।
4- जख्म ना कर सके कुछ ऐसे घाव ये अरमान कर जाते हैं, दुःख तो तब होता है जब सब अनजान कर जाते हैं।
5- दिल चाहता है कि फ़िर, अजनबी बन कर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ,हम उम्मीद बन कर देखें।
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6- काली कमाई की कामियाबी से नाकामी अच्छी है, बेईमानी के नाम से बेनामी अच्छी है।
7- तकलीफ तो होगी तुझे अनजान कर देने में पर अपना कर ही तुझे, हमे कोई ख़ास सुकून नहीं मिला।
8- जाना चाहता हूँ एक ऐसे अजनबी शहर में जहाँ जानने वाला मिले ना मिले पर खुद से मिलने का वक़्त मिल जाए।
9- सब कहते हैं अजनबियों से दोस्ती मत करना मुझे लगता है फायदा तो अपने उठाते हैं।
10- कोई अजनबी फिर से ख़ास हो रहा है, लगता है मोहोब्बत हो गई फिर से ऐसा एहसास हो रहा है।
11- मैं खुद नहीं जानता की मैं कौन हूँ मुझे पराया करने वालों ने कुछ गलत तो नहीं किया।
12- कभी-कभी अपने भी अनजान से लगते हैं, कुछ पराए ऐसे मिल जाते है की भगवान से लगते हैं।
13- ऐ मेरे अपने तू अनजान होता तो अच्छा होता, कभी मिलते ही ना तुझसे तो अच्छा होता।
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14- वजह पुछने का तो मौका ही कहाँ मिला? वो लहजे बदलते गये और हम अजनबी बनते गये।
15- दोस्त आमान और हम ज़मीन होते गए, चंद पैसे कमाने की राहों पर क्या चले अजनबी हो गए।
16- मतलब भी क्या कमाल की चीज़ है साहब दो अजनबी भी ऐसे मिलते है जैसे बिछड़े हुए भाई हों।
17- ये रिश्ते नाते सब अजीब से लगते हैं, मुझे तो अपनों में भी सब अजनबी से ही लगती है।
18- जो पहले कहते थे हमसे की हमे प्यार करते हैं आज मिलने पर हमसे अजनबी सा व्यव्हार करते हैं।
19- ये जो तुमने मेरे साथ किया है ऐसा तो कोई गैर के साथ भी नहीं करता।
20- अजनबी तो रास्ता भी सही बताते हैं, ये क़रीबी ही है जो गम दे जाते हैं।
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21- अब किसी के क़रीब जाने का दम नहीं है, अनजान ही बन कर रहूंगा भले जानने वाले कम नहीं है।
22- अजनबी सही मायनों में हाल पूछ्ते हैं, अपने तो हाल के आड़ में औकात पूछते हैं।
Ajnabi Status In Hindi
23- जहाँ से निकला था आज फिर वही पहुंच गया मान गया खुदा दुनिया गोल है।
24- खौफ नहीं मुझे अजनबियों से डर तो मुझे रिश्ते बनाने से लगता है।
25- जो कहते हैं जानते हैं अभी तक उन्होंने मुझे देख ही कहाँ है।
26- बातों को देखा जाए सब में ही अपनापन है, वक़्त पर देखा जाए तो सब पराए हैं।
27- क्या बताएं अपने हाल जनाब हम अजनबियों को कुछ बताते नहीं और हमारे अपने हमे पूछते ही नहीं।
28- तुम आसमान बन जाना हम आएँगे ज़मीन बन कर, आज मिलने की ख्वाहिश है फिर से अजनबी बन कर।
29- अगर खिलाफ होते हैं तो होने दो जान थोड़ी है, ये सब धुआं है कोई आसमान थोड़ी है। – राहत इंदौरी
30- तुम तू से पहले तुम हुए, जब ज़रुरत थी मोहोब्बत की तुम्हारी तब गुम हो गए।