Apne Quotes in Hindi
1- जो अपने से पहले अपनों के लिए सोचते हैं वही अपने होते हैं।
2- अपने वो नहीं होते जो मुश्किलों में सलहा देते है बल्कि अपने वो होते हैं जो मुश्किलों में मदद करते हैं।
3- खुशनसीब वो नहीं जिसके अपने उसके घर के पास रहते हैं खुशनसीब तो वो हैं जिनके अपने दिल के पास रहते हैं।
4- पैसे कामना इतना मुश्किल नहीं होता जितने अपने कमाना होता है।
5- वक़्त मौन है समय आने पर बता देता है की किसका कौन है।
6- मुसीबतें एक आईने के सामान होती है जिसमे साफ़ दिख जाता है की हमारे साथ कौन खड़ा है।
7- अपनों के क़रीब रहकर मुश्किलें भी आसान हो जाती है।
8- कभी कभी अपने भी परायों जैसा बर्ताव करते हैं पर कभी-कभी पराये भी अपनों से बढ़कर रिश्ता निभाते हैं।
9- ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
10- अपनी ख़ुशी का ध्यान रखें पर कुछ ऐसा ना करें जिस से अपनों को दुःख हो।
11- सिर्फ कह देने से कोई अपना नहीं होता साथ भी निभाना पड़ता है।
12- जब अच्छा वक़्त चल रहा हो तब हक़ जताने वाले और अपना बताने वाले गली-गली मिलते है।
13- बुरे वक़्त में जो मिलना भी नहीं चाहते अच्छे वक़्त में वो भी आकर सीधा गले मिलते हैं।
14- अपने में जीने में इतनी ख़ुशी नहीं मिलती जितनी की अपनेपन में जीने में मिलती है।
15- पराये तो आपके बारे में सोचते नहीं असल में बुरा सोचने वाले तो आपके अपने ही होते हैं।
16- आज कल अपने साथ नहीं सिर्फ राय दिया करते हैं।
17- कुछ अपने मुझसे बोलते नहीं कुछ मुझे अपना नहीं बोलते।
18- मेरे अपने मेरे ज़ख्मों के बारे में जानते थे इसलिए नमक कहाँ लगाना है वो अच्छी तरह से जानते थे।
19- अपने काफी है मेरे पास बस मेरे अपनों में थोड़ी अपनेपन की कमी है।
20- अपने वो नहीं जो तस्वीर में साथ हों अपने तो वो है जो तकलीफ में साथ हों।
21- कुछ अपने हमको भूल जाते हैं, और तब याद करते हैं जब उन्हें कोई काम याद आता है।
22- जब अपने ही गैर हो गए तो अब गैरों में कहाँ अपनापन ढूंढने निकलूं।
23- अपने आज कल अपनापन दिखाने को नहीं बल्कि सबक सिखाने को आते हैं।
24- आज कल किसी का किसी पर कोई हक़ नहीं है, अपनों के पास ही अपनों के लिए वक़्त नहीं है।
25- नज़दीकी कोई नहीं किसी का आज की तारिख में जन्मदिन की बधाई भी अपने दूर से ही दे दिया करते हैं।
26- मेरे रिश्तेदारों से तो दुश्मन अच्छे हैं कम से कम रिश्ता पूरी शिद्धत से तो निभाते हैं।
27- वक़्त लगाओ अपने सपनों के लिए पर वक़्त निकालिए ज़रा अपनों के लिए।
28- कभी कभी दुश्मन अपनों का भेष बनाकर वार करता है।
29- मैं चेहरा देखकर बता देता हूँ फितरत लोगों की परेशानी ये है की लोगों के पास चेहरे बहुत है।