EDUCATIONAL QUOTES IN HINDI – (शिक्षा पर 85 अनमोल उद्धरण)
विद्या की अहमियत से केवल वो अनजान है जिसने कभी विद्यालय का मुख नहीं देखा परन्तु वह सिर्फ अनजान ही नहीं दुर्भाग्यशाली भी है जिसे आज तक एक विद्यालय और एक महान शिक्षक का चेहरा देखने का सुख प्राप्त नहीं हुआ। दोस्तों विद्या एक अत्यंत आवश्यक हिस्सा है इसे हर व्यक्ति तक पहुंचना आवश्यक है इसीलिए ना सिर्फ इन Educational Quotes In Hindi को खुद पढए अपितु इसे हर उस व्यक्ति तक पहुंचाइए जो यह समझता है की शिक्षा आवश्यक नहीं है।
1- शिक्षित व्यक्ति को गुमराह कर कुकर्म करवाना असंभव है।
2- इंसान एवं पशु के बीच का फ़र्क़ है शिक्षा, बिना शिक्षा प्राप्त किया हुआ मानव भी पशु के ही सामान है।
3- शिक्षा का अंकों से कोई नाता नहीं है शिक्षा का मुख्या उद्देश्य नैतिकता का पाठ पढ़ाना है।
4- वह समाज कुकर्मों से मुक्त होता है जहाँ के नागरिक शिक्षित होते हैं।
5- सामाजिक बुराइयों में बढ़ोतरी यह दर्शाती है की, समाज में डिग्री लिए हुए लोग अधिक है परन्तु पढ़े लिखे लोगों की कमी है।
6- शिक्षा कुविचारों की जड़ को काट कर मस्तिष्क में अच्छे विचारों के बीज बोने का नाम है।
7- एक विद्यालय का मुख्या उद्देश्य धन कमाने की सीख देना नहीं है, अपितु सही और गलत में फ़र्क़ समझाने के लिए है।
8- शिक्षा किताबों की मोहताज नहीं होती है, वह तो अनुभव के साथ मिलती हैं।
9- विद्या व्यक्ति के भीतर और सीखने की इच्छा को जन्म देती है।
10- शिक्षित समाज रहने के लिए सबसे अधिक सुरक्षित समाज होता है।
11- एक व्यक्ति जिसने अपने जीवन में विद्यालय का चेहरा नहीं देखा, वह आँख खुली होने के बावजूद सूरज की चमक को महसूस नहीं कर पाया।
12- एक शिक्षित व्यक्ति कभी किसी बच्चे को गलत सीख नहीं पढ़ाता है।
13- जब शिक्षा हर व्यक्ति के पास बराबर होगी तब समाज में ऊंच-नीच की प्रथा ख़त्म हो जाएगी।
14- विद्या का उद्देश्य मानव को विद्वान बनाना है धनवान बनाना नहीं है।
15- शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति को पाठ याद करवाना बिलकुल भी नहीं है शिक्षा का उद्देश्य पाठ से मिली सीख को समझा कर एक व्यक्ति को समझदार बनाना है।
16- वह विद्यालय सबसे बेहतर है जहाँ के विद्यार्थी सीखने के लिए अति-उत्साहित है।
17- विद्यालय का संकल्प विद्यार्थी को पढ़ना सीखा देना नहीं है अपितु सीखना कैसे है यह सीखा देना है, क्यूंकि एक बच्चा हमेशा विद्यालय में नहीं रहेगा परन्तु उसे सीखने की आवश्यकता हर उम्र में पड़ती रहेगी।
18- जिस प्रकार एक सेना का होना देश को बाहरी दुश्मनों से सुरक्षा के लिए आवश्यक है, उसी प्रकार शिक्षा भीतरी दुश्मनों से समाज को बचाती है।
19- वह व्यक्ति कभी पूर्णतः जागरूक नहीं हो सकता जो शिक्षित नहीं है।
20- विद्या के बीजों से समाज सुधारकों का जन्म होता है।
21- अच्छी शिक्षा एवं अच्छा शिक्षक हर व्यक्ति के जीवन की आवश्यकता है।
22- सम्पूर्ण समाज एक विद्यालय है एवं हर व्यक्ति यहाँ एक विद्यार्थी एवं शिक्षक दोनों है।
23- विद्या एक शाश्त्र है जिसे नर संघार के लिए नहीं, अपितु समाज की भलाई के लिए बनाया गया है।
24- शिक्षितों की संख्या में वृद्धि करनी है तो शुरुवात हमेशा बच्चों से करनी चाहिए।
25- विद्या कभी भी दिमाग को भरती नहीं है, अपितु वह दिमाग को साफ़ करती है जहाँ अच्छे विचार शान्ति से रह सकें।
26- एक व्यक्ति जो बचपन से विद्यालय नहीं गया वो सिर्फ चलना जानता है, अपितु सही राह पर चलना नहीं जानता है।
27- एक विद्यार्थी को हर विषय पढ़ना चाहिए, परन्तु किसी एक विषय को जीना चाहिए।
28- किसी किताब को रट लेना आपको वैज्ञानिक बना सकता है, परन्तु ज्ञानी कभी नहीं बना सकता है।
29- उस व्यक्ति से बड़ा अज्ञानी इस दुनिया में कोई और नहीं, जिसने किताबों को पढ़ा है याद किया है पर उसके अर्थ को कभी समझा नहीं।
30- एक पढ़ने वाला विद्यार्थी कल शिक्षक बन कर कई विद्यार्थियों को पढ़ाएगा, और इस तरह एक दिन सम्पूर्ण विश्व शिक्षित हो जाएगा।
31- सीखने की कोई उम्र नहीं होती और न सीखने वाले व्यक्ति की कोई उम्र होती है, आप एक बच्चे से भी कई नई बातें सीख सकते हैं।
32- अच्छा विद्यार्थी वही है जिसमे सीखने की उत्सुकता हो एवं एक अच्छा विद्यार्थी वही है जिसमे पढ़ाने की उत्सुकता हो।
33- हर व्यक्ति को एक खेल से जुड़े रहना चाहिए क्यूंकि, खेल एक ऐसा शिक्षक है जो खेल-खेल में बहुत कुछ सीखा देता है।
34- यदि सीखने को आप फ़िज़ूल का खर्चा मान रहे हैं, तो आप एक बहुत घाटे का सौदा कर रहे हैं जो आपको जीवन भर महंगा पड़ेगा।
35- व्यक्ति जब तक इस सृष्टि में जीवित है वह एक शिष्य है, एवं उसे हर वक़्त हर व्यक्ति से कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।
36- शिक्षा ग्रहण करते वक़्त हमारा ध्यान विषय की तरफ नहीं अथवा उस से मिलने वाले ज्ञान की तरफ होना चाहिए।
37- एक शिक्षक कितना पढ़ाता है इस पर छात्र के ज्ञान की बढ़ोतरी निर्भर नहीं करती, अपितु एक अध्यापक कैसे पढ़ाता है इस पर एक छात्र के ज्ञान की बढ़ोतरी निर्भर करती है।
38- हुनर पैदाइशी नहीं होता वह शिक्षा और वातावरण से पैदा होता है।
39- वर्तमान की शिक्षा भविष्य के व्यक्तित्व एक सामाजिक विकास की मापक होती है।
40- हर वस्त्र एवं आभूषण की चमक फीकी पड़ जाती है, जब एक ज्ञानी अपने ज्ञान की रौशनी संसार में फैलाना शुरू करता है।
41- शिक्षा वह नीव है जिस पर भविष्य का समाज खड़ा होगा एवं चलेगा।
42- एक व्यक्ति का अनुभव उसकी असली शिक्षा होती है।
43- विद्या वही है जो समाज को सही ढंग से देखने का नजरिया दे, अपितु वह नहीं है की इंसान को दिखावा करने का जरिया दे।
44- वह दृश्य देखने योग्य होगा जब समाज का हर व्यक्ति पूर्ण शिक्षित एवं योग्य होगा।
45- वह शिक्षा नहीं छल है जो व्यक्ति को बुद्धिमान नहीं अपितु चालाक बनती है।
46- जब विद्यालय में एक विद्यार्थी अधिक पढता है, वही समाज में एक कुकर्म कम होता है।
47- विद्या का स्तर वहां उच्च कोटि का होता है, जहाँ अपराध निम्न स्तर पर होते हैं।
48- धन एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक जाते जाते कम हो जाता है, परन्तु शिक्षा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक जाते-जाते दो गुनी हो जाती है।
49- शिक्षा ग्रहण करने वाला व्यक्ति कभी भूखा नहीं मरता है।
50- ज्ञान प्राप्त करने का मुख्या उद्देश्य अच्छे अंक लाना नहीं, अपितु अच्छे परिणाम लाना है।
51- समाज को समाज सुधारकों की आवश्यकता ही नहीं होगी, यदि समाज का हर वर्ग शिक्षित होगा।
52- भोजन की कमी के कारण बच्चे कुपोषित हो जाते हैं, एवं शिक्षा की कमी के कारण बच्चे कुकर्मी हो जाते हैं।
53- सीखना तब तक चलते रहना चाहिए, जब तक आपका ह्रदय चल रहा है।
54- आपका विद्वान बनने के लिए धनवान होना आवश्यक नहीं है।
55- विद्यालय विद्यार्थी का दूसरा घर होता है, जो उसके पहले घर से अत्यधिक महवपूर्ण होता है।
56- औपचारिक शिक्षा आपको वेतन दिला सकती है, पर केवल नैतिक शिक्षा आपको ज्ञान प्राप्ति करवा सकती है।
57- एक अनुभवी व्यक्ति सम्पूर्ण पुस्तकालय से अधिक ज्ञान अपने भीतर सम्मोहित रखता है।
58- शिक्षा एक व्यक्ति की मार्ग दर्शक होती है, जो कभी उसे गलत राह नहीं दिखाती।
59- बिना उद्देश्य की शिक्षा बिना नज़रों के दुनिया को देखने के सामान है।
60- शिक्षा कभी न ग्रहण करने से बेहतर है, शिक्षा को कभी भी ग्रहण कर लेना।
61- शिक्षा का जन्म सभ्यताओं को और सभ्य बनाने के लिए हुआ है।
62- वह समाज जो घर-घर शिक्षा की बजाय घर-घर रौशनी की मुहीम चला रहा है वे अभी अंधकार में जी रहे है।
63- शिक्षा का अविष्कार न होता तो आज समाज में विभिन्न अविष्कार नहीं हो पाते।
64- वह विद्यार्थी जो प्रश्न पूछता है, वो बहुत अच्छा शिक्षक बन सकता है।
65- शिक्षित होने का लाभ तभी है जब आप उन लोगों तक मुफ्त शिक्षा पहुंचाएं जो किताबे भी नहीं खरीद सकते हैं।
66- असल विद्यालय वही है जहाँ पढ़ाया नहीं सिखाया जाए।
67- जब एक व्यक्ति शिक्षा को ठुकरा देता है, वह अन्धकार में अपने बचे हुए जीवन को व्यतीत करना चुनता है।
68- जब व्यक्ति बूढा होकर कुछ करने के लायक नहीं रहता, वह उस वक़्त भी कुछ नया सीखने के लायक रहता है।
69- अपनी शिक्षा का पूर्ण ज्ञान धन कमाने में लगा देना आपकी शिक्षा की तोहीन है जब तक उसका इस्तेमाल समाज की भलाई के लिए ना किया जाए।
70- शिक्षा का आभूषण ग्रहण करने वाला व्यक्ति अन्य सभी आभूषणों की मोह माया को त्याग देता है।
Girl Educational Quotes In Hindi
शिक्षा के क्षेत्र में कई सारे NGO एवं अन्य संस्थाएं जैसे P&G कार्यरत है परन्तु फिर भी कई लोग आज भी लड़कियों को पढ़ना आवश्यक नहीं समझते हैं जो की अत्यंत दुर्भाग्यशाली है।
जहाँ उन्हें लड़कियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए वहां वह उन्हें विद्यालय न भेज कर एक पाप से बढ़ कर और कुछ नहीं कर रहे हैं इन Girl Education Quotes In Hindi के तहत हम सभी लोगों से यह प्रार्थना करना चाहते हैं कृपया लड़कियों को पढ़ने से न रोकें।
71- जब स्त्री पढ़ जाती है वह पुरुषों से भी आगे बढ़ जाती है।
72-जब स्त्री पढ़ती है तो वह शशक्त हो जाती है और जिस समाज की स्त्री शसक्त होती है, वह समाज शसक्त होता है।
73- स्त्री की शिक्षा पर सर्वप्रथम ध्यान देना चाहिए क्यूंकि, एक पुरुष की सर्वप्रथम शिक्षक भी उसकी माँ ही होती है।
74- एक महिला जब पढ़ती है तो सम्पूर्ण देश को पढ़ने का संकल्प लेती है।
75- अगर आप अपनी बेटियों को ताक़तवर बनाना चाहते हैं तो उन्हें और पढ़ाइए।
76- लजीज़ कुल में एक स्त्री भी पढ़ जाती है उस कुल में फिर कोई व्यक्ति अनपढ़ नहीं रह जाता है।
77- स्त्री समाज की ख़ूबसूरती होती हैं इन्हे पढ़ाइए, बचाइए, एवं पंख फैलाने का मौका दीजिए ताकि यह समाज में ऊँचा उड़ सकें।
78- जब एक स्त्री अनपढ़ रह जाती है, तब समाज को एक समाज सुधारक कम मिलता है।
79 – विद्या एक अद्वितीय आविष्कार है फिर चाहे लड़का हो या लड़की इस पर सभी का बराबर अधिकार है।
80- एक लड़की जिसे विद्या मिल जाती है, वह समाज में बदलाव का कारण बन जाती है।
81- किताब का खिताब हर कोई हक़दार है, फिर चाहे वह लड़की हो या लड़का इस से फ़र्क़ नहीं पड़ता है।
82- शादी इंतज़ार कर सकती है, पर पढ़ना आज और अभी ज़रूरी है।
83- बेटी को पढ़ाना ज़रुरत नहीं है, अपितु सबसे ज़रूरी है।
84- समाज का आधा हिस्सा महिलाओं का है, और आधा अनपढ़ समाज कभी पूर्ण शसक्त समाज नहीं बन सकता है।
85-स्त्री को पढ़ाना मजबूरी नहीं सबसे ज़रूरी है।