Takleef Shayari In Hindi
1- मेरा कुछ अंदाज़ ही ऐसा है मेरी तकलीफ तक़दीर में दिख जाएगी पर तस्वीर में कभी नहीं दिखाई देगी।
2- तकलीफ तब नहीं हुई जब मुझे हुई, मुझे तकलीफ में देख जब मेरे अपने खुश हुए मुझे तकलीफ तब हुई।
3- तकलीफ होती है जब तुम्हारे दिल का सबसे क़रीबी तुमसे दूरी बना ले।
4- तकलीफ बयां कर सकता जो आसुओं से मैं, सारा जहाँ आज पानी-पानी हो जाता।
5- तकलीफों का मंज़र कुछ ऐसा टूटा है मुझ पर की अब ना रहा जा रहा है ना कहा जा रहा है।
6- बहुत तकलीफ देते हैं वो जख्म जो बिना कसूर के मिले हों।
7- पहले उनकी बेरुखी से तकलीफ होती थी अब नहीं होती क्यूंकि अब आदत हो चुकी है।
8- तकलीफ ये नहीं की, किस्मत ने मुझे धोखा दिया। तकलीफ तो ये है मेरा, यकीन तुम पे था किस्मत पे नहीं।
9- दर्द छुपकर सीने में, बड़ी तकलीफ होती है जीने में।
10- दर्द छुपा कर दो पल मुस्कुरा क्या देते हैं, लोग कहने लगते हैं हम बड़े मज़े में रहते हैं।
11- जलना तो होगा तकलीफ की आग से इश्क़ में यूँ ही नहीं इसे आग का दरिया कहाँ जाता है।
12- खुश थे हमे वो तकलीफ दे कर, हम तकलीफ में भी खुश थे उन्हें खुश देख कर।
13- आदत बना ली अपने आप को तकलीफ देने की मैंने ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो।
14- मौत तो यूँ ही बदनाम है साहब तकलीफें तो असल में ज़िन्दगी देती हैं।
15- तकलीफें खुद ब खुद कम हो गई, जब उम्मीदें आपसे ख़तम हो गई।
16- तकलीफों का कारवां कुछ यूँ चल रहा है की लग रहा है ये साँसे रोक कर ही मानेगी।
17- अच्छा ही किया उसने मुझसे दूर जा कर पास भी आती तो तकलीफें ही थी मेरे पास देने को।
18- दुःख तेरे जाने का नहीं तेरी यादों का है, तेरी बातों का है तेरे झूठे वादों का है।
19- मोहोब्बत ना दे सको तो मत देना पर किसी के क़रीब जा कर उससे दूर होने की तकलीफ मत देना।
20- तकलीफ तो तुझे भी होगी ज़रूर मेरी चाहत गई है पर तेरा भी चाहने वाला गया है।
21- मेरी फितरत मेँ नहीँ अपना ग़म बयां करना। अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी।
22- पराए जख्म दे सकते है पर तकलीफ नहीं आखिर तकलीफ देने का काम तो बस अपनों का है।
23- अब जो तू मेरे पास नहीं है ये तकलीफें मुझे बर्दाश्त नहीं है।
24- उसके हर दर्द से वाखिफ़ थे हम बस उसे ही हमारी तकलीफों का अंदाजा नहीं था।
25- कतरा-कतरा हमारे जिस्म का बर्बाद हुआ, इश्क़ में इसके सिवाय हमे हासिल बस ख़ाक हुआ।
26- तकलीफों के शहर में हमारा भी आशियाना है, तकलीफों का जहाँ रोज़ आना जाना है।
27- हमने अपनी और से उन्हें बस मोहोब्बत दी बदले में हमे उनसे बस तकलीफें मिली है।
28- कैद हूँ मैं खुद अंदर अपने ज़हन में, निकलता हूँ तकलीफों में भी बहार मुस्कराहट पहन के।
29- उसे हमे तकलीफें दे कर ख़ुशी मिल रही थी हमने उन्हें खुश देख कर तकलीफ में रहना सीख लिया।
30- तकलीफ भी मिटी नहीं दर्द भी रह गया, आंसू भी बह गए आँखों से खून भी बह गया।