Expectation Quotes In Hindi

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1- दिल टूटा उम्मीद टूटी फिर नाजाने ये यादें क्यों जुडी रह गई।

2- ना जाने कैसे टिकी हुई है ये दुनिया उम्मीद के सहारे, मैंने उम्मीद क्या लगाई मैं तो खुद टूट गया।

3- आज उसने फिर अपनी अदा का मुझे मुरीद कर दिया, मैंने बड़ी आस से उसकी और देखा और उसने नज़रअंदाज़ कर मुझे नाउम्मीद कर दिया।

4- तुझे पाने की आज भी ज़िद्द ज़िंदा है, मैं ज़िंदा हूँ जब तक तेरे लौटने की उम्मीद ज़िंदा है।

5- इश्क़ भी हो और सुकून भी हो, नींद ने जगाकर पुछा तुम होश में हो।

6- उम्मीद मिली है एक तुझे आज फिर देख कर, तुझे आज फिर देख कर सुकून की सांस भी मिली है।

7- इस दुनिया में सच में कुछ भी जायज़ है, ये दुनिया उम्मीद पर नहीं झूठ पर कायम है।

8- उस पत्थर दिल ने मेरी उम्मीद भी तोड़ी और दिल भी तोड़ा।

9- उम्मीद जड़ है हर दर्द की, ना उम्मीद रखो ना दर्द रहेगा।

10- ये दिल है जो उम्मीद को पालता है, वो तो दिमाग है जो सब कुछ संभालता है।

11- उम्मीद मिली है तो दर्द भी मिलेगा, यहाँ हमदर्द हमेशा बेदर्द ही मिलेगा।

12- उम्मीद रखी थी मैंने यहीं कहीं संभालकर, खो गई खुद ब खुद उसमे मेरी खता नहीं।

13- खुद को संभाल लेता तुझको सँभालने से बेहतर, खुद पर यकीन रख लेता किसी से उम्मीद पालने से बेहतर।

14- बैठे थे जिस उम्मीद के सहारे एक दिन मुझसे हस कर बोली मैं तो खुद बेसहारा हूँ।

15- मैं तुझसे नहीं तेरे वक़्त से नाराज़ हूँ, जो मेरे लिए कभी तुझे नहीं मिला।

16- पड़े हैं आज भी ज़ेहन में टुकड़े उम्मीद के, लाख जोड़ने पर भी जुड़कर नहीं देते ये टुकड़े उम्मीद के।

17- उम्मीद नहीं उससे की वो आएगा मगर, फिर भी दरवाज़े से नज़र नहीं हटती।

18- जितनी उम्मीदें तू मुझसे लगाए बैठा है तू सनम, उतनी उम्मीदें तो अपने आप से मुझे नहीं है।

19- उम्मीदें खुद से रखोगे तो टूटेगी नहीं क्यूंकि अपनी चीज़े खुद से बेहतर और कोई नहीं संभालता।

20- ज़िन्दगी मेरी सर्दियों की सुबह सी है जनाब, वक़्त तो हो गया मगर उजाला नहीं हुआ।

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21- धोका हुआ बड़ा हसीन था मुझे, उम्मीद नहीं उस पर यकीन था मुझे।

22- आस लगाना भी एक जुआ है साहब, बड़ी क़िस्मत की बात होगी जो पूरी हो जाए।

23- मेरी उस रिश्ते को लेकर उम्मीद बढ़ती रही, ख़त्म हो गया रिश्ता जो सांस चढ़ती रही।

24- उम्मीदें जितनी कम होगी औरों से, आँखें उतनी कम नम होंगी औरों से।

25- उम्मीदें रखने की जगह ही नहीं मेरे पास रखा खुद पर यकीन बहुत है।

26- राब्ता खुद से रख खुद के ख़्वाब से रख, उम्मीदें और यकीन अगर रखना ही है तो खुद से रख अपने आप पर रख।

27- दुनिया तो नाराज़ ही रहेगी बेहतर है उन्हें खुश रखने की बजाय खुद खुश रहना सीख लो।

28- आँखें कमज़ोर हो चली हैं मेरी या सच में अब कोई उम्मीद बाकी नहीं।

29- अपने हौंसले पर उड़ना अपने यकीन पर चलना, भरोसा खुद पर रखना ना उम्मीद किसी और पर रखना।

30- कैसे किस मुँह से कह दूँ की काबिल हूँ मैं, अपने ख़्वाब पूरे कर अपनों की उम्मीदों का कातिल हूँ मैं।

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