Sad Matlab Shayari

31+ Sad Matlab Shayari – (स्वार्थी लोगो पर शायरी)

Sad Matlab Shayari

1- इंसानियत नहीं मिला पाती लेकिन दो इंसानों को मतलब मिला देता है।

2- वक़्त नहीं तो ना सही किसी मतलब से ही सनम हमसे मिल लिया करो।

3- भरोसा यूँ ही बदनाम है ये तो मतलब है जिस पर दुनिया टिकी हुई है।

4- हम पर अजीब मोहोब्बत का नशा सवार था, हमे बस उनसे मतलब था पर उन्हें अपने मतलब से प्यार था।

5- मतलबी ज़माना है नफरतों का कहर है, ये दुनिया दिखाती शहद है, पिलाती ज़हर है।

6- यूँ ही नहीं करता कोई याद किसी को, हर लफ्ज़ के पीछे कुछ मतलब होता है कुछ मक़सद होता है।

7- इस दुनिया को इस दुनिया में किसी से मतलब नहीं, इस दुनिया को इस दुनिया में बस खुद से मतलब है।

8- आज कल की दोस्ती की पाठशाला में सारे ही गंवार है, ये जो दोस्ती की दुनिया है यहाँ सब मतलब के यार है।

9- तारीखे यूँ ही नहीं हम किसी से मिलने की मुलतवी करते हैं, की हमसे रूबरू होने की जो कोशिश करते हैं मतलबी करते है।

10- इस मतलबी दुनिया में किसी से बेमतलब मोहोब्बत मत करना, दिल के टुकड़े-टुकड़े हो जाए अपने लिए ऐसी नौबत मत करना।

11- यहाँ दिन भी मतलब से होती है यहाँ रात भी मतलब से होती है, ये मतलबी दुनिया है साहब यहाँ बात भी मतलब से होती है।

12- जहाँ कोई किसी की मैय्यत पर भी बिना मतलब ना आए ये वो दौर है, जिससे रिश्ते जुड़े रहते हैं मतलब वो डोर है।

13- मोहोब्बत का रास्ता दिल से निकलता है दिमाग से तो बस मतलब निकलते हैं।

14- वो अपने नहीं जो तुमसे हर बात पूछते हैं, आज कल लोग हाथ मिला कर हाल नहीं औकात पूछते हैं।

15- बेहूदगी का सच कोई मज़हब नहीं होता, यहाँ रिश्ता कोई भी बेमतलब नहीं होता।

16- करता नहीं कोई कद्र यहाँ किसी के एहसासो की, हर किसी को फ़िक्र है बस मतलब के ताल्लुकातों की।

17- रिश्ता दोनों और से ही मंज़ूर था साहब बस गलती यहाँ हुई की हम मोहोबत से जुड़े थे और वो मतलब से।

18- बस मतलब मिलना चाहिए यहाँ लोग तुम्हे खुद ब खुद ढूंढ लेंगे

19- अफवाहें हर तरफ हवाओं में तमाम हो गई, मतलबी चाहने वालों में बेमतलब ही मोहोब्बत बदनाम हो गई।

20- ये मतलब की दुनिया में आखिर कौन किसका होता है, यहाँ वही सजा का हक़दार होता है जो बेगुना होता है।

21- क्या मतलब की मतलबी है दुनिया, कह दो की तुम खुद भी इस दुनिया का एक हिस्सा नहीं।

22- मैंने कुछ ऐसा सुना है, सब मतलब की गलती है मतलब इंसान बेगुनाह है।

23- ज़रुरत के वक़्त काम आ जाऊंगा अगर बस तुम मुझे यूँ ही याद कर लिया करोगे।

24- बचपना था तो दोस्त यूँ ही मिल लिया करते थे, बड़े क्या हुए अब बस मतलब से याद करते हैं।

25- एक तू है जिसे परवाह नहीं मेरी एक मैं हूँ जो परेशान हूँ तेरे लिए।

26- इंसान को खुदा की इबादत मत बना लेना, कुछ भी कर लेना किसी को आदत मत बना लेना।

27- रिश्ता जो कभी भी टूट जाए ऐसे डर में नहीं रह सकते, मोहोब्बत और मतलब सौतन की तरह है जो एक साथ एक घर में नहीं रह सकते।

28- कोई मतलब पड़े तो बेझिझक आना, ना मैं बदला हूँ ना बदला है मेरा ठिकाना।

29- अब खुद ही खुद के सगे रहें इसमें क्या हर्ज़ है, जब अपने परायों से भी ज्यादा खुदगर्ज़ है।

30- मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से क्या मतलब, कोई दिल से मेरा हो वही काफी है।

31- ये जो दौर है ये मतलबियों का ज़माना है, यहाँ मतलब से ही आना है और मतलब से ही जाना है।

32- मैंने साथ चलने वालों की चाल का ढंग बदलते देखा है, मैंने साफ़-सुथरे लोगों को रंग बदलते देखा है।

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