
1- अगर तुम मुझे पसंद करते हो तो अपना हाथ उठाओ, और नहीं तो अपना स्टैण्डर्ड उठाओ।

2- अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया जिनकी हमको छूने तक की औकात नहीं होती।

3- नहीं चाहिए जो मेरी किस्मत में नहीं भीख मांग कर जीना मेरी फितरत में नहीं।

4- सम्मान और इज़्ज़त उन्ही से बांटो जिनसे वापसी की उम्मीद हो।

5- मुझे पता है कि मैं कमाल का हूं, इसलिए मुझे आपकी राय की परवाह नहीं है।
6- औकात रखो उतनी की हमारी बराबरी कर सको वरना हमसे जलने वाले तो लाखों पड़े हैं।
7- मेरे पास किसी से नफरत करने का समय नहीं है। मैं या तो तुमसे प्यार करता हूँ, या मैं बिल्कुल परवाह नहीं करता।
8- क्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया , जिनकी हमको छूने तक की औकात नहीं होती।
9- मुसीबत के दिन गुजर जायेंगे.. आज जो मुझे देखके हंसते है .. वो कल मुझे देखते रह जायेंगे।

10- चलो बिखरने देते हैं ज़िन्दगी को.. संभालने की भी एक हद होती हैं।
11- हले मुझे लगता था कि ..मैं अच्छा हूँ फिर.. मैंने अपने आप को ZOOM करके देखा।
12- जा पगले जी ले अपनी जिंदगी मैं मोहब्बत की रानी हूँ ग़द्दारों के मुंह नहीं लगती।
13- हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है।
14- कता वही है जिसमें जान होती है.. अकडना तो लाश की पहचान होती है।

15- किसी को भी मैं निचा दिखाऊ, ऐसी मैं अपनी आदत नही रखता, और कोई मुझे नीचा दिखाए, तो कोई ऐसी औकात नही रखता।
16- दुशमन सामने आने से भी डरते थे, और वो पगली दिल से खेल कर चली गई।
17- तुम क्यां डराओगे हमें मंजर से हम तो पीठ भी खुजाते हैं खंजर से।
18- सुन पगली… तू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है मुझसे, अगर जिद होती तो मेरी बाहों में होती।
19- वो खुद पे इतना गुरूर करते हैं, तो इसमें हैरत की बात नहीं, जिन्हें हम चाहते हैं, वो आम हो ही नहीं सकते।

20- बेवकूफ़ होते है वो लोग, जो किताब मे चेहरे डाल के पढ़ा करते है, हम तो उनमे से है जो चेहरे को देख के, किताब लिख दिया करते है।
21- बस जलने वालों की दुआ से ही बरकत है वरना अपना कहने वाले तो याद भी नहीं करते।
22- लौटकर आया हूँ फिर से मैदान मै अंदाज वही है सिर्फ तरीका बदल गया है।
23- मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में। वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में।
24- अंजाम की परवाह होती तो हम मोहब्बत करना छोड़ देते मोहब्बत में तो जिद्द होती है और जिद्द के बड़े पक्के हैं हम।

25- हम क्यो डरे किसी से, हम तो पैदा ही शेरो की बस्ती मे हुए है! डरना है, तो वो लोग डरे जिन्हे चूहो ने पैदा करके शेर का नाम दे रखा है।
26- बिकने वाले और भी हैं जाओ जाकर खरीद लो, हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते हैं।
27- मेरा स्टाईल और मेरा ATTITUDE दोनों तेरी औकात से बाहर हैं जिस दिन इसे जान जायेगा, उस दिन जान से जायेगा।
28- माँ ने सिखाया चीजों को सही जगह पर रखना और बाप ने सिखाया लोगो को उनकी औकत में रखना।
29- Attitude तो हमारा भी खतरनाक हैं पागल एक बार जिसे भुला दिया उसे भुला दिया।
30- इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।

Nitish Sundriyal is a Co-Founder Of Bookmark Status. He Is Passionate About Writing Quotes And Stories. Nitish Is Also A Verified Digital Marketer (DSIM) By Profession. He Has Expertise In SEO, Social Media Marketing, And Content Marketing