इस देश की तरक्की तभी बढ़ेगी जब इस देश के युवाओं की ज्ञान मैं वृद्धि होगी।
हर युवा के अंदर कुछ कर दिखाने का जोश होना चाहिए तभी वह अपना एक सुनहरा भविष्य स्थापित कर पाएंगे।
अगर रखेगा तू खुद पर विश्वाश तो यकीन मान एक दिन तू भी जरूर होगा कामियाब।
तेरी सफलता भी एक दिन जरूर बोलेगी, जो जनता आज तुझे कर रही हैं नजरअंदाज एक दिन यही जनता तेरे आगे पीछे होगी।
मुझे बस खुद से यही वादा करना है, अपने आप को मुझे एक काबिल शक्श बनाना है।
अगर मुश्किलों से घबराओगे तो खुद को कभी बेहतर नहीं बना पाओगे।
हर युवा के लिए मेरा सिर्फ यही एक सन्देश है की देश की तरक्की के लिए तुम्हारा योगदान ही जरुरी है।
युवाओ से भी कुछ कहना हे अब और नहीं सहना है, बुलंद अपनी आवाज करो, आज कुछ ऐसी हुंकार भरो, आ जाए चाहे सैलाब अब, रुकना नहीं झुकना नहीं, अपने हक़ों का करना हे हिसाब अब।
जिसने अपनी गलती को स्वीकार करना सीख लिया समझो वह युवा अपनी सफलता की पहली सीढ़ी चढ़ गया।
अगर इस दुनिया में अपना नाम करना है, तो दिन-रात मेहनत करने का आगाज आज से ही शुरू कर दो।
अगर वक़्त की कद्र करना सीख जाओगे तो सफलता के द्वार तक तुम बहुत जल्द पहुंच जाओगे।
वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान से, वो और थे जो हार गए आसमान से।
वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान से, वो और थे जो हार गए आसमान से.पूरी दुनिया जीत सकते है संस्कार से, और जीता हुआ भी हार सकते है अहंकार से।
तुम रोक ना सकोगे वो तूफ़ान बनकर आएगा, आज का युवा हर समस्या का हल लाएगा।
उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम है मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है।
खुशबु बन कर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं, ये कैंचियाँ खाक हमें उड़ने से रोकेगी, हम परों से नहीं हौसलों से उड़ा करते हैं।
नसीब तू क्यों अपना मुकद्दर ढूँढता है, सीख उस समन्दर से जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढता है।
अपनी ज़िन्दगी को हम अपने वतन के नाम कर दिखाएंगे, इसकी सलामती के लिए अपनी जान से भी खेल जाएंगे।
जनता से ही निश्चित होता, देश का सारा नीव निर्माण, करता धर्ता चुन लिया हे, और अब मिलेगा उसका प्रमाण।
युवा पीढ़ी को न जाने कोनसी मोहब्बत का इंतजार हे, मुकम्मल मोहब्बत तो माँ बाप का प्यार हे।
अहंकार में इतना क्यों इतराने लगा है, आज का युवा नशे में घर जाने लगा है।
मुसीबतों में जो जिया वो जीना सीख लिया, जो वक्त के साथ चला वो जीतना सीख लिया।
लक्ष्य के बिना, ख़ुशी से जी नहीं सकता है इंसान, संघर्ष करके जो लक्ष्य को पाये वहीं बनता है महान।
मैं कर नहीं सकता” कभी ये खुद से मत कहना, अपने हृदय में उम्मीदों के दिए जलाये रखना।
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