
1- दिल टूटने का ख़ासा गम नहीं मुझे उदासी तो इस बात की है की तूने भरोसे तक को नहीं छोड़ा।

2- उदासी का हर तरफ आलम है, लोग पूछते हैं तुझे किस बात का गम है।

3- खुश था मैं तेरे पास रह कर, अब जी रहा हूँ उदास रह कर।

4- बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ, मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है।

5- उदासियों की वजह तो बहुत है जिंदगी मे, पर बेवजह खुश रहने का मजा ही कुछ और है।

6 – नाखुश भी भला मैं क्यों ना रहूँ खुश रहने की कोई वजह नहीं और गम बेवजह मिल रहे हैं।

7- गज़ल के रूप में ढ़ल जाऊँ काश मैं भी, उदास लम्हों में शायद वो गुनगुनाऐं मुझे।

8- मत पुछा करो आज कल कहाँ रहता हूँ जब मन करे आ जाना मिलने मुझे उदासी के आशियानों में।

9- उदासी की सजा तो बिना शिकायत भुगत रहा हूँ ताजुब इस बात है की मेरी खता क्या है।

10- हर रोज़ हम उदास होते हैं और शाम गुज़र जाती है किसी रोज़ शाम उदास होगी और हम गुज़र जायेंगे।
11- मुझसे नहीं कटती अब ये उदास रातें, कल सूरज से कहूँगा मुझे साथ लेकर डूबे।
12- यादों को याद करने में अलग ही नशा है, बीते खुशियों के पल सोच कर उदास होने में अलग ही मज़ा है।
13- उदासी क्या होती है ये उनसे पूछिए जनाब जिन्हे बताने वाले बहुत है पर पूछने वाला कोई भी नहीं।
14- वो उदास देख कर खुश थे हमे सो हम उन्हें खुश देखने के लिए उदास ही रहने लगे।

15- अगर अश्क़ों से उदासी को नापा जा सकता तो खुदा कसम आज सारा जहाँ पानी-पानी हो जाता।
16- दिल उदास, ज़ुबान खामोश और ये आँख नम क्यों है, तुझे तो कभी पाया ही ना था, फिर आज खोने का गम क्यों है।
17- रूह तड़पती है आज भी तेरी चाहत के पास रहने को, ख्वाहिश नहीं मजबूर है ये दिल उदास रहने को।
18- ये समंदर उदास है शायद, ज़ख्म लहरो के पास है शायद, एक लड़की की दास्तां सुन कर, सारा मंज़र उदास है शायद।
19- ये दिल बुझदिल है बहुत, ये तुझे चाहता तो है बस बताना नहीं चाहता।

20-जब ख़ुशी मिली तो कई दर्द मुझसे रूठ गए, दुआ करो कि मैं फिर से उदास हो जाऊं।
इन्हे भी पढ़े :-
21- जो जरा किसी ने छेड़ा तो छलक पड़ेंगे आँसू, कोई मुझसे यूँ न पूछे तेरा दिल उदास क्यों है?
22- मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर, हम वो हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं।
23- जिंदगी मुझे कहती है कि हर वक्त उदास मत रहा कर, मैं कहती हूँ कि मुझे एक वजह तो दे मुस्कुराने की।
24- हर सजा काटने वाला गुनहगार नहीं होता, उदासी का सवाल नहीं होता जो प्यार नहीं होता।
25- रोता हूँ रोज़ सारी रात बैठ कर, जब सारी दुनिया मुझसे दूर और बस तेरी यादें मेरे क़रीब होती है।
26- उदासी के आगे मुखौटा मुस्कराहट का, दर्द में हर शक़्स नाटक कर रहा है राहत का।
27- खुश रहता था जितना तेरे पास बैठ कर, रोता हूँ अकेले में अब उतना ही एक कोने के उदास बैठ कर।
28- कलम से लिख नहीं सकते उदास दिल के अफ़साने, हमारे साथ जो होता है बस अच्छा नहीं होता।
29- शाम भी थी धुआँहुस्न भी था उदास दिल को कई कहानियाँ याद सी आ के रह गईं।
30- उदास रहना तो हम भी नहीं चाहते पर तुझे चाह कर इतना तो समझ गए की कुछ चीज़ें ना चाहते हुए भी करनी पड़ती है।

Nitish Sundriyal is a Co-Founder Of Bookmark Status. He Is Passionate About Writing Quotes And Stories. Nitish Is Also A Verified Digital Marketer (DSIM) By Profession. He Has Expertise In SEO, Social Media Marketing, And Content Marketing