Top 10 Short moral Stories in Hindi For Kids to Give Them a Lesson Of Life.

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आपका स्वागत है दोस्तों इस लेख में जिसमे हम आपको 10 Short Moral Stories in Hindi For Kids यह कहानियां आसान भाषा में लिखी हुई है।

इन कहानियों को बच्चे भी आसानी से पढ़ सकते हैं और माता-पिता एवं अध्यापक भी इन कहानियों को बच्चों को कुछ सीखने के लिए उन्हें सुना सकते हैं।

चलिए दोस्तों इन छोटी नैतिक शिक्षा से भरी कहानियों को पढ़ कर इन्हे अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेते हुए शुरू करते हैं।

Story #1 काश मैं लालच न करती

एक गिलहरी थी जिसका नाम चिंकू था। चिंकू गिलहरी बहुत ही नटखट थी। एक दिन जब वह खेल रही होती है अचानक उसे बहुत भूख लगती है वह देखती है की नदी के बगल में एक व्यक्ति बैठा है जिसके पास एक कटोरी में बहुत साड़ी मूंगफलियां राखी हुई है।

वह सोचने लगती है की वह किस तरह से मूंगफली उठाए इतनी देर में उस व्यक्ति को उसकी माँ अपने पास बुला लेती है तो वह व्यक्क्ति उस मूंगफली से भरे कटोरे को वहीँ रख कर अपनी माँ के पास चला जाता है।

गिलहरी दौड़ कर मूंगफली के कटोरे के पास पहुँच जाती है और ढेर साड़ी मूंगफलियां देख कर खुश हो जाती है। यहाँ उसके मन को लालच घेर लेता है और वह सोचती है की क्यों न वह मूंगफली का कटोरा ही उठा ले ताकि काफी दिनों तक उसे भोजन की तलाश न करनी पड़े।

वह गिलहरी कटोरी को सर पर उठा लेती है परन्तु अपने सर पर इतना भार उठाने के कारण वह लड़खड़ा जाती है और पूरा कटोरे और उसने राखी मूंगफलियां पानी में गिर जाती है इतनी देर में वह व्यक्ति वापस आ जाता है और गुस्से में गिलहरी को वहां से भगा देता है।

अब गिलहरी को पूरा दिन भूखा रहना पड़ा और उसे अपने लालच पर पछतावा हुआ और उसने मन ही मन सोचा काश मैं लालच न करती

शिक्षा– हमे जितना मिले उतने में ही संतुष्ट रहना चहिए क्यूंकि ज्यादा लालच बुरी बला है।
Moral Of the Short Hindi story – We should be satisfied as much as we get because more greed is bad.

Story #2 कौन बनेगा राजा ? (दो शेरों की कहानी )

एक बार की बात है एक जंगल में दो शेर रहते थ। एक का नाम सज्जन सिंह था एवं दूसरे का नाम दुष्यंत सिंह था। सज्जन सिंह के पास बुद्धि और बल दोनों ही थे परन्तु दुष्यंत सिंह को केवल अपनी ताक़त पर विशवास था।

दोनों के बीच कौन जंगल का राजा है इस बात की हौड़ लगी रहती थी। एक दिन दुष्यंत सिंह ने सज्जन सिंह को दौड़ के लिए ललकारा। दौड़ के नियम के अनुसार जो पहले गोल चट्टान के टुकड़े को एक तरफ से दूसरी तरफ ले जाएगा वह विजेता होगा। और वही इस जंगल का राजा कहलाएगा।

दौड़ शुरू हुई दुष्यंत सिंह ने गोल चट्टान को अपने सर पर उठा लिया और चलने लगा वहीँ सज्जन सिंह जो बुद्धिमान था उसने अपनी बुद्धि से तरकीब लगाई और उसने चट्टान के टुकड़े को ज़मीन पर घुमाते हुए ले जाना शुरू कर दिया

इसलिए सज्जन सिंह को चट्टान बोझ नहीं सहना पड़ा और बड़ी ही तेजी से वह चट्टान को घुमाकर वह इस दौड़ को आसानी से जीत गया अब जंगल के सभी जानवरों ने शर्त के अनुसार सज्जन सिंह को अपना का राजा उसे घोषित कर दिया।

शिक्षा– जहाँ बल प्रयोग भी फीका पड़ जाता है वहां बुद्धि काम आती है।
Moral Of the Short Hindi story– Wisdom Still works great where the use of force also fades.

Story #3 शेर का घमंड चूर हो गया

एक जानवरों का गांव जिसका नाम जंगलिस्तान था। वहां सारे जंगली जानवर प्यार से रहा करते थे लेकिन गावं के पंचायत का मुखिया शेर सिंह बूढ़े जाबू खरगोश को पसंद नहीं करता था क्यूंकि जाबू खरगोश समझदार था और बाकी अन्य सभी जानवर उससे सलाह लेने जाय करते।

शेर सिंह को अन्य जानवरों द्वारा जाबू की सलाह लेने पर गुस्सा आया और शेर सिंह ने उसे नीचा दिखने के लिए एक षड़यंत्र रचा । शेर सिंह ने जाबू को एक पेचीदा मुक़दमा थमा दिया और कहा अगर वह इसका फैसला नहीं कर पाया तो वह खुद को बेवकूफ और शेर सिंह को बुद्धिमान ठहरा देगा।

जाबू ने वह मुकदमा आसानी से सुलझा दिया और अब अन्य जानवरों की नज़र से शेर सिंह का मान ख़त्म हो गया था और सभी जानवर ने शेर सिंह के घमंड के कारण उसे जंगलिस्तान से बहार कर दिया और जाबू को पंचायत का मुखिया नियुक्त कर दिया। अब शेर जिसे अपनी बुद्धि पर घमंड था वह घमंड चूर चूर हो गया।

शिक्षा- घमंड व्यक्ति के चरित्र का सबसे बड़ा दुश्मन है।
Moral Of the Short Hindi story– Ego is the biggest enemy of a person’s character.

Story #4 मुझे आम खाने हैं (दो दोस्तों की कहानी)

एक गांव में दो लड़के रहते थे जिनका नाम कन्नू और मन्नू था दोनों ही बहुत अच्छे मित्र थे। एक दिन दोनों देखते हैं की उनके पड़ोस में एक आम का पेड़ है जिस पर बहुत ही स्वादिष्ट आम लगे हुए हैं। दोनों बाघ के मालिक के पास आम तोड़ने की अनुमति लेने जाते हैं परन्तु बाघ का माली उन्हें ऐसा करने से इंकार कर देता है।

दोनों प्रण लेते हैं की हम अपना आम का पेड़ लगाएंगे और इनसे बेहतर फल उगाएंगे दोनों एक साथ बीज बोते हैं और उसकी देखभाल करना शुरू करते हैं कुछ महीने बाद बीज अब पेड़ बन गया पर फल अभी तक पेड़ पर नहीं आए थे

कन्नू का सब्र अब टूटने लगा और उसने अपने पेड़ को पानी देना बंद कर दिया परन्तु मन्नू को किसी भी हाल में अपने पेड़ पर आम चाहिए थे। मन्नू रोज़ अपने पेड़ को पानी देता और यह सोच कर सब्र करता की एक दिन उसके पेड़ पर रसीले आम ज़रूर आएँगे।

कुछ वक़्त और बीता अब कन्नू का पेड़ जहाँ सुख गया था वहीँ मन्नू का सब्र अब काम आया और उसके पेड़ पर फल आ गए कन्नू अंत में यह सोच कर अफ़सोस करने लगा की काश वह थोड़ा सब्र दिखता वहीँ मन्नू को उसके सब्र का फल मिल चूका था जो सच में बहुत मीठा था।

शिक्षा– सब्र और मेहनत आपको सफलता ज़रूर दिलाएगी।
Moral Of the Short Hindi story Patience and hard work will give you success.

Story #5 नन्ही चिड़िया पर मेहनत बड़ी (एक नन्ही चिड़िया की कहानी)

एक चिड़िया थी जिसका नाम पिंकी था वह अपने घौंसला बनाने के लिए पेड़ की तलाश में थी। उसे एक बाघ में एक पेड़ मिला उसने अपना घोसला वहां बनाने का निष्चय किया। वह घास के तिनकों को लाकर लगा रही थी की तभी एक हवा का झोंका आया और वह घौंसला हवा के साथ उड़ गया।

अब चिड़िया निराश हो गई क्यूंकि उसकी दिन भर की मेहनत बेका हो गई थी वह निराश होकर हवा में उड़ रही थी की उसने तभी देखा की उसका बनाया घौंसला वैसा का वैसा ही एक पेड़ पर जाकर ठहर गया है।

वह ख़ुशी के मारे फूलो नहीं समय और उसने उल्लास के साथ एक ऊँची उड़ान भरी। उसे भले ही वह जगह न मिली हो जिसके लिए उसने मेहनत करि थी पर उसे कहीं और उस से भी बेहतर जगह मिल गई इसीलिए कहते हैं की मेहनत कभी भी बेकार नहीं जाती।

शिक्षा– सच्ची लगन से की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।
Moral Of the Short Hindi story– Hard work never goes in vain.

Story #6 भलाई का परिणाम कभी बुरा नहीं होता।

एक व्यक्ति जिसका नाम राहुल होता था वह बहुत अमीर होता था। एक दिन जब वह देखता है की एक छोटा गरीब बच्चा अपने पिता से चॉकलेट की ज़िद करता है लेकिन उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं होते की वह अपने बच्चे को वह चॉकलेट खरीद के दे सके।

राहुल की आँखे भर आती है और वह चॉकलेट का एक डब्बा खरीद कर उस बच्चे को दे देता है और जब उस बच्चे के पिता राहुल को धन्यवाद करते हैं तो राहुल कहता है की धन्यवाद मत कहिए बस जब भी आपके अच्छे दिन आ जाएं तो ऐसे ही किसी और गरीब बच्चे की मदद कर दीजिएगा।

वक़्त करवट लेता है राहुल जो अमीर था बिज़नेस में बहुत बड़े नुक्सान के कारण अब बहुत गरीब हो चूका था। उसकी अब शादी हो चुकी थी और एक बेटा भी था जिसका नाम निखिल था।

एक दिन जब वह बहार सैर पर जाते हैं तो निखिल भाग कर एक केक की दूकान पर जा खड़ा होता है और अपने पापा से केक खरीदने की मांग करता है। राहुल उसे समझा बुझाकर वहां से ले जाता है जब वह दोनों आधे रास्ते पहुंच जाते है तब पीछे से एक आवाज़ आती है और वह उस आवाज़ को सुन रुक जाते हैं।

वह आदमी जो आवाज़ लगता है उन्हें निखिल का मनपसंद केक लेकर देता है निखिल ख़ुशी से झूम उठे इस से पहले राहुल उस आदमी से पूछ लेता है की आप हमारी मदद क्यों कर रहे हो इतने में वह कहानी बताता है की एक बार उसे और उसके पिता को भी एक ऐसा व्यक्ति मिला था जिसने उन्हें ऐसे ही छोटी सी मदद से उनके चेहरे पर ख़ुशी ला दी थी अब राहुल को वह पुरानी बात याद आ गई और ख़ुशी के कारण राहुल की आँखे भर आई।

राहुल अब और उस व्यक्ति से बात नहीं करता और हसी ख़ुशी वहां से चला जाता है।

शिक्षा– हमें हमेशा दूसरों के भले का सोचना चाहिए क्यूंकि भलाई का परिणाम कभी बुरा नहीं होता। Moral Of the Short Hindi story– We should always think of the good of others because good never results in bad.

Story #7 सिद्धार्थ को मिला मीठा सबक

एक लड़का था जिसका नाम सिद्धार्थ था वह कक्षा के सभी बच्चों के पीछे बैठ कर उनके बालों को खींच कर उन्हें तंग किया करता था। एक दिन जब उसी कक्षा में विराट नाम के एक नए बच्चे ने एडमिशन लिया तो सिद्धार्थ उसे नया छात्र पाकर चिढ़ाने लगा और इसी कारण विराट रोने लगा ऐसा काफी समय तक चला।

विराट अब उस से दूर रहने लगा ताकि सिद्धार्थ उसे चिढ़ा न सके। एक दिन जब एक बार फिर चिढ़ाते हुए विराट रोने लगा तक इंग्लिश टीचर जैस्मिन ने सिद्धार्थ को ऐसा करते देख लिया टीचर को बहुत गुस्सा आया पर उन्होंने सोचा की वह विराट को उसके बाल खींच कर उसे चिढ़ाने को को कहेंगी ताकि सिद्धार्थ को यह एहसास हो की ऐसा करने से दूसरे बच्चो को कितना बुरा लगता है।

मैडम जैस्मिन ने जैसे ही विराट से सिद्धार्थ के बाल खींचने को कहा विराट ने ऐसा करने से इंकार कर दिया और कहा की सिद्धार्थ मेरा दोस्त है और मैं ऐसा नहीं कर सकता।

ऐसा कहते ही सिद्धार्थ को अपनी गलती पर पछ्तावा होने लगा और उसने विराट को गले लगा लिए साथ ही उसने कक्षा के सभी बच्चो के आगे वादा किया की आज से वह किसी को नहीं चिढ़ाएगा और अब विराट और सिद्धार्थ अच्छे दोस्त हैं।

शिक्षा– नफरत को नफरत से नहीं सिर्फ प्यार से बदला जा सकता है।
Moral Of the Short Hindi story– Hatred can be replaced by love, not by hate.

Story #8 छोटे आदित्य को मिली बड़ी सीख।

एक लड़का जिसका नाम आदित्य था वह पांचवी कक्षा में पढता था वह पढाई में बहुत अच्छा था परन्तु फिर भी वह कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर पाता था क्यूंकि वह एक समय पर कई सारे कार्यों को करने की कोशिश किया करता था। आदित्य को लगता था की ऐसा करने से वह सारे कार्य कर पाता है और उसका समय भी बच जाता है। उसके माता-पिता इस बात से परेशान थे की वह पढ़ते वक़्त खाना खाता और खेलता भी है।

एक दिन आदित्य की माँ ने उसे सबक सीखने की ठानी उसकी माँ ने उसे दूकान से एक ही बार में बहुत सारा सामान लाने को कह दिया ऐसा उस सामान में आटे का कट्टा एक चावल की बोरी जैसी कई भारी भरकम वस्तुएं थी वह एक साथ सामान लाने की कोशिश करता है परन्तु वह सामान उठा नहीं पाता और उसे इसी कोशिश में बहुत देर लग जाती है और उसका परिणाम कुछ भी नहीं निकलता।

अंत में उसकी माँ उसे समझाती है की हम अगर एक समय पर ही सारे कार्य करने की कोशिश करेंगे तो हम एक कार्य को भी सही से नहीं कर पाएंगे पर अगर हम अपने हर कार्य को समयनुसार बाँट लें तो हम हर कार्य को बेहतर ढंग से कर सकते हैं।

वह अब अपनी माँ की बात समझ गया और एक समय पर बस एक कार्य करने लगा जिससे न सिर्फ परीक्षा में उसके अंक बेहतर हुए एवं वह खेलने में भी बहुत अच्छा हो गया।

शिक्षा– सफलता के गुण का बस एक ही नाम एक वक़्त पर एक काम
Moral Of the Short Hindi story– If you want to be a Successful guy just do one work at a time.

Story #9 जल्दी का मतलब गलती।

एक समय की बात है एक लड़का जिसका नाम रिंकू था। वह हर काम को जल्दी में ख़त्म करने में लगा रहता था। वह खाना भी जल्दी खाया करता था उसे हर काम करने की जल्दी लगी रहती थी।

एक दिन जब स्कूल की तरफ से पिकनिक जाने का प्लान बना तब रिंकू की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। रिंकू इस पिकनिक को लेकर बहुत उत्साहित जिस कारण वह रात भर सो भी न सका। सुबह जब वह अपने पिताजी के साथ नाश्ता कर रहा था तो उत्साह के कारण उसने जल्दी जल्दी भोजन कर लिया।

वह समय से बहुत पहले बस स्टॉप पर पहुँच गया और बेसब्री से स्कूल बस का इंतज़ार करने लगा अब बस कुछ ही वक़्त बचा था की रिंकू को याद आता है की पिकनिक के लिए जो उसने अपनी माँ से स्पेशल लंच तैयार करवाया था वह घर पर ही रह गया अब अगर वह वापस जाता है तो उसकी बस छूट जाएगी और वह पिकनिक पर नहीं जा पाएगा अब उसे अपने जल्दी-जल्दी काम करने पर पछतावा होने लगा।

क्यूंकि अब वह अपने स्पेशल लंच के बिना पिकनिक पर नहीं जाना चाहता था इसीलिए वह उदास हो कर घर लौट आया। उसके पिता ने हंस कर उसे समझाया बेटा जल्दी का काम शैतान का होता है।

रिंकू ने अब जवाब दिया मैं समझ गया हूँ। उसके पिता ने उस से वादा लिया की अब से वह किसी भी काम को जल्दी नहीं बल्कि समय पर सही तरीके से करेगा और रिंकू के वादा करते ही रिंकू के पिता ने उसे गाडी में पिकनिक स्पॉट तक छोड़ दिया। अब रिंकू खुश था और उसने पिकनिक में खूब मज़े भी करे।

शिक्षा– कार्य को जल्दी करना ज़रूरी नहीं है बल्कि सही वक़्त पर सही ढंग से करना ज़रूरी है।
Moral Of the Short Hindi story– It is not necessary to do the work quickly but at the right time.

Story #10 “सांगत शब्द छोटा असर बड़ा”

क जंगल में एक पेड़ पर दो कबूतर पंछी रहते थे। उन्होंने एक नन्ही चिड़िया को जन्म दिया जिसका नाम उन्होंने मुनमुन रखा। मुनमुन अभी उड़ नहीं सकती थी इसीलिए उसके माता-पिता ही उसके भोजन का ख्याल रखते थे।

एक दिन जब ऐसे ही भोजन की तलाश में मुनमुन के माता पिता गए हुए थे उसी समय एक ज़ोर की आंधी आई जिस कारण मुनमुन चिड़िया पेड़ से नीचे की तरफ गिरने लगी उसी समय बाज की नज़र गिरती चिड़िया पर पद गई और वह उसे गिरने से पहले ही अपनी चौंच में दबा लिया।

बाज बहुत ही अच्छी बहादुर और नर्मदिल थी उसने मुनमुन का ध्यान रखा और उसे अपने बचाव के लिए चौंच से वार करना भी सिखाया। अब मुनमुन अपने पंखो से उड़ना सीख गई थी और अपना भोजन भी खुद ही ढूंढ़ने लगी थी।

एक दिन जब वह जंगल में उड़ रही थी उसने देखा की शिकारिओं का एक झुंड वहां चिड़िया पकड़ने के लिए जंगल में घुस है और अपना जाला मुनमुन के माता-पिता को पकड़ने के लिए जाला फेंकते हैं।

मुनमुन उसे अपने चौंच और पंजो के वार से तार-तार कर देती है उसके माँ-बाप उसे पहचान जाते हैं और उसे गले से लगा लेते हैं और फिर वह तीनो बाज को शुक्रिया कहकर वापस हसी-ख़ुशी ज़िन्दगी बिताने लगते हैं।

शिक्षा– आपकी सांगत से आपके चरित्र एवं कौशल का निर्माण होता है।
Moral Of the Short Hindi story– Your company builds your character and skills

आपका इस आर्टिकल को पढ़ने का बहुत बहुत शुक्रिया,आशा करता हूँ आपको हमारी लिखी गई short moral stories in Hindi पसंद आई होंगी कैसी लगी हमे नीचे कमेंट कर ज़रूर बताइएगा।

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