इस दिल को अब बस तेरा ही ख्याल आता है, तुझे देखकर ये हर वक़्त मुस्कुराता है।
अगर आपका साथ हमें मिल जायेगा तो यकीनन हमारी जिंदगी का सफर बहुत खूबसूरत हो जायेगा।
वो दिन मेरी जिंदगी का आंखरी होगा जब आपका मुझे अलग होना होगा।
ये दिल तो कल भी तेरे बिन जी रहा था और आज भी जी रहा हैं इसे कोई परवाह नहीं हैं की तू मेरी जिंदगी में दोबारा आये या ना आये।
तुझसे मुझे बस इतना कहना है की मुझे तुझको अपनी बाहो में हमेशा के लिए समाये रखना है।
जब भी आपसे मुलाकात होती है तो ना जाने क्यों हमारे इस दिल को बेहद ख़ुशी होती है।
महोब्बत तो आपसे कुछ इस हद तक करने लगे है की अपने हर सपने में हम सिर्फ आपको ही पाते है।
बुरा ना मनो तो क्या आपसे एक बात कहू, आपको अगले 7 जन्मो तक अपना हमसफ़र चुन लू ?
उन पलो को कभी नहीं भूल पाऊंगा मैं, जिन पलो मैं तू मेरी बाहो में रही है।
अगर मुझसे कभी कोई भूल हो गयी हो तो मुझे माफ़ कर देना पर कभी भी मेरा साथ छोड़कर ना जाना।
जिस दिन से तुझसे मिला हूँ उस दिन से तुझको खुद से भी ज्यादा चाहने लगा हूँ।
जब भी तू मेरे सीने से लग जाती हैं ना जाने कैसे तू मेरे सभी गमो को भुला देती है।
अगर जिंदगी में तेरा साथ होगा तो यकीनन पूरी उम्र भर मेरा खुश रहना तय होगा।
तुझसे ही महोब्बत करते हैं हम, चाहे दिन हो या रात बस तेरे ही बारे में सोचते रहते हैं हम।
खुद से बस एक ही सवाल रहता है मेरा, की तेरे जाने के बाद आखिर क्या होगा मेरा।
इश्क के दरिया में हम भी डूब कर देख आये, वो लोग ही समझदार निकले जो किनारे से लौट आये।
लफ्जों का क्या मुक़ाबला नजरों के वार का, असर अक्सर गहरा होता है बेजुबाँ प्यार का।
आँखों में देखी जाती है प्यार की गहराईयाँ, शब्दों में तो छुप जाती हैं बहुत सी तन्हाईयाँ।
हम ने तो हाथ फैलाकर इश्क़ माँगा था, आप ने तो हाथ चूमकर जान ही निकाल दी।
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तेरी यादों से हम इश्क़ लगा बैठे हैं खुद को इश्क़ का रोगी बना बैठे हैं मांगा था दुआओं मे बस तेरा साथ मगर जमाने को दुश्मन बना बैठे हैं।
उठ खड़ा हो आगे बढ़ किस डर में है, तेरी मंजिल का सफर तेरी ही नजर में है।
तेरी मदहोश नजरें बहकाती हैं मेरे कदम मगर बदनाम हैं कि देखकर चलते नहीं हम।
तू भी मेरा हाथ महफिल में थाम के तो देख कुछ लोग आग से ज्यादा ना जले तो कहना।
तेरी हर बातों को मैने दिल से जोडा हैं अपना जीना मरना तुझपर छोडा हैं क्या हुआ तुम मुझे छोडकर चले गये तुम्हारी यादों ने मेरा साथ नही छोडा हैं।
वो चले भी जाये मुझे. कोई गम नहीं एक बेवफा के जाने पे मुझे महकमा अच्छा नहीं लगता।
उसे देखकर किसी को देखने का मन ना करें मिलकर किसी और से मिलने का मन ना करें मैं उसे और वो भी मुझे खोने से डरें कोई तो हो जो मुझे बेइंतहा प्यार करें।
दिल मे दबी वो बात आज जुबां पर आ गई, कहती थी दूर जाने से डर लगता हैं वो पास आने से घबरा गई।
खा कर ठोकर जमाने की फिर लौट आये मयखाने में, मुझे देख कर मेरे गम बोले, बड़ी देर लगा दी आने में।
कोई बहाकर एक आसूं मे ले जाये मुझे वैसे कोई दरिया मे डुबा कर ले जा नहीं सकता।
जो भी कहना है कह देना हमसें दिल मे कुछ छुपाना मत हमसें जानते है दिल में कोई और हैं तेरे बेवफा बनके इश्क लडाना मत हमसें।

Nitish Sundriyal is a Co-Founder Of Bookmark Status. He Is Passionate About Writing Quotes And Stories. Nitish Is Also A Verified Digital Marketer (DSIM) By Profession. He Has Expertise In SEO, Social Media Marketing, And Content Marketing