25 Best Raste Shayari

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1- क्या फायदा की तुझे कितना चाहते हैं, इतना तो समझ गए तुझे चाहकर हर रास्ते मंज़िल तक नहीं जाते है।

2- दोनों मोहोब्बत ही चाहते थे नियत नेक ही थी, रास्ते अलग चुने दोनों ने मगर मंज़िल एक ही थी।

3- रास्ते पर पड़े ये पत्थर उठा कर तो जाते, गुज़र चुके हैं जो ये सफर कितना मुश्किल है बता कर तो जाते।

4- काश रास्ते बताते की सही हूँ या गलत, तो कभी हम तेरी गली आते ही नहीं।

5- दोनों साथ चले थे आज रास्ते बदल गए, वो बदल गए हम संभल गए।

6- बस चलता रहा और कामियाबी की सोचता रहा, सब कुछ पीछे छोड़ कर मैं मंज़िल तक पहुँचता गया।

7- जो सुन लेगा मुझे वो मेरी जुबां नहीं भूलेगा, ऐसे क़दम रखूंगा की कोई रास्ता मेरे निशाँ नहीं भूलेगा।

8- भले चले गए तू अपने रास्ते मैं अपने रास्ते, पर तड़पेंगे दोनों ही मैं तेरे वास्ते तू मेरे वास्ते।

9- रास्ते कभी ख़त्म नहीं होते बस लोग चलना छोड़ देते हैं।

10- रास्ते कई थे कामियाबी पाने के उन्होंने रेहमत का चुना मैंने मेहनत का चुना।

11- रास्ते कई थे बर्बाद होने के ना जाने क्यों मैंने मोहोब्बत को चुना।

12- राही बदलते हैं रास्ते नहीं, वो साथी बन जाते हैं जो एक दुसरे को जानते नहीं।

13- उसने संग आने से मन किया था सो उसे नज़रों के सहारे आगे तक छोड़ आए।

14- तू नफरत करने लगी पर मैं आज भी तुझे प्यार करता हूँ, जिस रास्ते पर छोड़ कर गए थे वही पर तेरा इंतज़ार करता हूँ।

15- नए रास्ते हो नए साथी संग हो, ना मैं किसी से ना कोई मुझसे तंग हो।

16- पहुंचा मैं सबसे दूर और सबसे देर तक चला, किसी के बताए रास्तों पर नहीं मैं अपने उसूलों पर चला।

17- दो रास्ते ज़िन्दगी के दोस्ती और प्यार, एक जाम से भरा है एक इलज़ाम से भरा है।

18- सफर कितना आसान कितना मुश्किल होगा, ये फैसला इससे होगा कौन शेर दिल होगा कौन बुझदिल होगा।

19- वही लोग मंज़िल जीत जाते हैं जो कभी हार नहीं मानते।

20- मेरी ज़िन्दगी के सफर का कुछ ऐसा अब रास्ता होगा, अब बस खुद से ही यारी होगी, खुद से ही वास्ता होगा।

21- बस आँखे बंद कर तेरी बाहों से सिमट जाएंगे, सफर की क्या चिंता रास्ते यु ही कट जाएंगे।

22- आप बस कोशिश कीजिए मुश्किलें अपने आप ढल जाएंगी, आप बस रास्ते ढूंढिए मंज़िल अपने आप मिल जाएगी।

23- रिश्ते और रस्ते तब खत्म हो जाते है, जब पाँव नहीं दिल थक जाते है।

24- रास्ता आगे भी ले जाता नहीं लौट कर जाना भी मुश्किल हो गया।

25- गिरकर खुद ही संभालना होगा, सामने जब कोई मंज़िल ही नहीं रास्ता रोज़ बदलना होगा।

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