
1- अगर शुरुवात से ही पता होता की सब धोकेबाज़ है तो किसी को अपना कहते ही नहीं।

2- किस को जख्म बता कर क्या फायदा जब मरहम की जगह सब नमक लगाने वाले हों।

3- साथ मेरे काफी लोग है कहने को पर साथ देने वाला मेरे साथ कोई भी नहीं।

4- मुझे अपनों से ज्यादा पराए अच्छे लगते हैं कम से कम वो हमे अपना झूठा अपनापन तो नहीं दिखाते।

5- अच्छे वक़्त में बुरे लोग भी साथ दे देते है पर बुरे वक़्त में अच्छे-अच्छे भी साथ छोड़ देते हैं।

6- ज़िन्दगी का कड़वा सच यही है की बुरे वक़्त में कोई क़रीबी भी नज़दीक नहीं आता और अच्छे वक़्त में दूर के रिश्तेदार भी खुद को क़रीबी बताते हैं।

7- अपने कौन हैं ये उनकी जुबां नहीं वक़्त बताता है।

8- पता होता जो की अकेले जीना पड़ेगा इस दुनिया में तो किसी को अपनी हम जान ना बनाते।

9- ढेरों दोस्त साथ रहकर इतना नहीं सीखा पाते जितना एक इकलौता अकेलापन सीखा देता है।

10- अगर हमे भी आता झूठी हंसी हंसना तो ना जाने कितने पराए हो चुके मेरे अपने होते।
11- बदक़िस्मती तो देखे कोई हमारी हम उसकी एक झलक के लिए मरे जा रहे हैं जो हमे मरा हुआ देखना चाहते हैं।
12- दिल को उम्मीद है उसके आज भी आने की ना जाने ये उम्मीद है या ग़लतफहमी है।
13- सारे अपने जो अपने साथ रहने को बुलाते थे आज उन्होंने ही अपने साथ रहने से मन कर दिया।
14- फिर से प्यार करने की अब मैं ज़िद्द नहीं करता, नफरत की उम्मीद सभी से है मुझे पर प्यार की अब मैं उम्मीद नहीं रखता।

15- इस दुनिया का टूट कर बिखरना पहले से ही तय समझो क्यूंकि ये दुनिया भरोसे पर कायम है।
also read:-
16- दिल में दर्द छुपाए रखने का हुनर आ गया है जब से किसी से भी उम्मीद रखना छोड़ दिया है मैंने।
17- अक्सर महफिलों में सबको हंसाने वाले अकेले में रोया करते हैं।
18- किसी को सच्चे दिल से चाहने वाले ना चाहकर भी उसे कभी पा नहीं पाते।
19- मोहोब्बत नहीं सौदा कहिए साहब दिल नहीं यहाँ मोहोब्बत में दिमाग लगते हैं।

20- लोग हर जगह है पर यहाँ कोई किसी का सगा नहीं है।
21- आज भी जब मुझे हिचकियाँ आती है खुश हो लेता हूँ इस आस में की कम से कम कोई याद तो कर रहा है।
22- अब नहीं बनना मुझे किसी का अपना, क्यूंकि ये लोग अपने भी अपने मतलब के लिए ही बनते हैं।
23- कोई अलग होने का दावा करे तो मत मानना यहाँ सारे एक जैसे हैं।
24- मुझे कोई याद करता नहीं मिलता, अक्सर मैं ही लोगों की यादों में खोया रहता हूँ।

25- दिल तोड़ कर लोग पहले गुनाह करते हैं फिर उसे अपनी गलती बताते हैं।
26- भरोसा और दिल एक बार टूट जाता है तो फिर दोबारा नहीं जुड़ता।
27- हम भी Call का इंतज़ार कर रहे हैं वो भी Call का इंतज़ार कर रहे हैं फ़र्क़ सिर्फ इतना है हम उनके Call का इंतज़ार कर रहे हैं वो किसी और की Call का इंतज़ार कर रहे हैं।
28- भरोसा तोड़ने के बाद लोग अक्सर उसी को भरोसे के लायक नहीं कहते हैं जिसका भरोसा तोड़ा है।
29- हम उनका इंतज़ार आज कर रहे हैं पर वो इत्मीनान से किसी और से प्यार कर रहे हैं।
30- रिश्तों को वक़्त और हालात बदल देते है, अब तेरा ज़िक्र होने पर हम बात बदल देते हैं।
also read:-

Manish mandola is a co-founder of bookmark status. He is passionate about writing quotes and poems. Manish is also a verified digital marketer (DSIM) by profession. He has expertise in SEO, GOOGLE ADS and Content marketing.