jalne walo ke liye shayari

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कामयाबी किसी के जलन होने से नहीं रूकती है, इसलिए बेहतर है की खुश हो और सहयोग करे।

चाँद भी पूरी रात जला था उन दोनों को साथ देखकर, सुना हे दाग आज तक नहीं मिटा।

कुछ न करने से उलझने होती है खुद को, और कुछ कर जाने से उलझने होती है बाकियों को।

उसके गालों को युं हर वक़्त चुमना, जलन होने लगी है मुझे उसके झुमको से।

जलने वाले जलते रहो, जलना तुम्हारा काम है, हम भी तुम्हे भुजने नहीं देंगे, क्योंकि यह हमारा काम है।

ये वक़्त वक़्त की बात है जनाब, आज धुप में सुकून है.. तो कल इसी धुप से तुम्हे जलन होगी।

उडी जो ढूंड जलन, नफरत, और खुदगर्ज़ी की. आँचल हवाओ का मेला हो गया, राह में चलते चलते।

हम अपने से ज्यादा दुश्मनो पर नज़र रखते हे। इसलिए तो कब अपने दुश्मन बन जाते हे पता ही नहीं चलता।

वक़्त बदल चुका है अब हमसे जलने वाले कुत्ते गली में नही सोशल मिडिया पे भोकते है।

मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में।

महसूस तब हुआ जब सारा शहर मुझसे जलने लगा तब समझ मे आया कि साला अपना भी नाम चलने लगा है।

अगर तुम उन्हें हद से ज्यादा Attention दोगे तो भाई साब Akad तो बढ़ ही जाएगी उनकी

रिश्ते में प्यार की ताक़त कुछ वक़्त बीत जाने के बाद पता चलती हे वरना पहली मुलाकात में तो दुश्मन भी प्यार से बाते करता हे।

चाँद भी पूरी रात जला था उन दोनों को साथ देखकर सुना हे दाग आज तक नहीं मिटा।

गरज उठे गगन सारा समुन्दर छोड़ें अपना किनारा हिल जाए जहान सारा जब गूंजे महादेव का नारा।

दोस्त तुम्हारे खून में सिर्फ जलना लिखा है और हमारे खून में सिर्फ जलाना।

वैसे तो पूरी दुनिया हमारी दीवानी है हाँ भूल गए है कुछ लोग औकात अपनी वक्त रहते उन्हें उनकी औकात याद दिलानी है।

जिगर वालो का डर से कोई वास्ता नहीं होता हम कदम वहा रखते है जहाँ कोई रास्ता नहीं होता।

कुछ न करने से उलझन होती हे खुद को और कुछ कर जाने से उलझन होती हे दूसरो को।

खुद को शहंशाह समझ कर घर से ना निकालो क्योंकि आज शहंशाह भी भर्ती हो गए हैं।

घमंड तो हमारी खून में है.. वो तो हम मरने के बाद भी दिखाएंगे… लोग पैदल चलेंगे; और हम उनके कंधो पर जाएंगे।

खेल ताश का हो या जिंदिगी का.. हम अपना इक्का तभी दिखाएंगे जब सामने बादशाह हो।

जल जाते है मेरे दुश्मन मुझसे.. वो मेरे दोस्त औऱ प्यार की ताक़त से डरते है।

नाम हमारा इसलिए ऊचा है महफ़िल में … क्युकि हम बदला लेने की नहीं, बदलाव लाने की सोचते है।

सिर्फ कुछ देर की है ये ख़ामोशी फिर तुम्हारे कानो में शोर आएगा .. तुम्हारा तो जमाना था हमारा तो नया दौर आएगा।

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