Haq shayari

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1- तुझे हक़ दिया था दिल में रहने का सनम ये दिल अपने नाम करने की इजाज़त तुझे किसने दी भला।

2- तूने छीन लिया है हक़ मुझसे तुझे छूने का पर तुझे चाहने का हक़ मुझसे कोई छीन नहीं सकता।

3- तुझे चाँद नाम देते होंगे तेरे यार पुराने मैं तो चाँद को तेरे नाम से बुलाता हूँ।

4- अब क्या रह गया हक़ में मेरे जब मेरी जान ही मेरी जान के खिलाफ हो गई।

5- आज किसी के पास देखा वो हक़ जो छूने का हक़ तूने कभी मुझको दिया था।

6- जो हकीकत में संग थे कभी आज वो ख़्वाब हो गए, जिनका साथ मैंने छोड़ा न कभी आज वो भी खिलाफ हो गए।

7- मुक़दमा हार भी खुश था आज अदालत मैं, फैसला जो तेरे हक़ में गया था।

8- उसी को जीने का हक़ है जमाने में, जो इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए।

9- मोहोब्बत का इम्तेहान भी बढ़कर मैंने हद से दिया है, मैंने जो भी किया है पूरे हक़ से किया है।

10- ना पूछते हो कुछ हमसे और ना कुछ हमे बताते, कोई और आ गया है क्या ज़िन्दगी में तुम्हारी तुम पहले सा अब मुझ पर हक़ नहीं जताते।

11- क्या जादू किया है दिल पर तूने ये मेरा होकर भी अपना तुझे बताता है।

12- अगर ये मेरे हक़ में रहता सनम, तुझे चाहने से पहले मैं हद में रहता सनम।

13- कुछ बाकी ना रहे मुझे सब मिल जाए, तुझे चाहने का अगर मुझे हक़ मिल जाए।

14- पता नहीं मुझे ये हक़ है की नहीं, मगर तेरी परवाह करना मुझे अच्छा लगता है।

15- सच समझ लिया था एक सपना हमने, मान लिए था तुझे अपना हमने।

16- नफरत का तूने दिल में ऐसा बीज बो दिया, जो चाहने का हक़ दिया था वो तूने अब हक़ खो दिया है।

17- जिस तरह मैं तुझे देखता हूँ उस तरह तू भी मुझ पर इनायत तो दे, हक़ न दे मंजूर है मुझे मगर तुझे छूने की मुझे इजाज़त तो दे।

18- चाहे भले ना मेरा खुद पर हक़ रहे, बस ख्वाहिश यही है की मेरा तुझ पर हक़ रहे।

19- कोई तुम्हारा हक़ छीन सकता है मगर कोई तुम्हारे हक़ का नहीं छीन सकता है।

20- कहदे सभी अपने चाहने वालों से की थोड़ा हद में रहे, हम जब तक रहे तेरी मोहोब्बत सिर्फ मेरे हक़ में रहें।

21- तेरे दिए गए हक़ की हकीकत सिर्फ इतनी थी की वो मेरे सामने मेरा और किसी और के सामने किसी और का।

22- बैठा था संग जिनके बुरे वक़्त में मैं, मेरे हक़ में उनमे से कोई खड़ा ना मिला।

23- तू मेरे हो तेरा वक़्त मेरा हो, तेरी सारी चाहत मुझे मिले तुझ पर हक़ मेरा हो।

24- बेवजह बेवक़्त छीन कर, तूने अच्छा न किया मुझसे मेरा हक़ छीन कर।

25- अच्छा रहता जो तुझे चाहने का मुझे थोड़ा सा हक़ मिल जाता, मेरा वक़्त तो बुरा चल रहा है काश मुझे तेरा थोड़ा वक़्त मिल जाता।

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