
1- लोग गूंगों से जानबूझकर सवाल पूछते है, लोग बुरे हालातों में ही हाल पूछते हैं।

2- हालत और हालात दोनों ही खराब है, अब मेरे दोस्त और दुश्मन दोनों ही शराब है।

3- तेरे लिबाज़ नहीं बताते कितना पढ़ा लिखा है तू तेरी जुबां बताती है तू किस कौम का है।

4- वो तो हालातों ने जुबां पर ताले लगा दिए जनाब, नहीं तो कभी हम भी शेर की तरह दहाड़ा करते थे।

5- दिन देनी पड़ती है अपनी पूरी रात देनी पड़ती है, कामियाबी पाने की खाती हालात को मात देनी पड़ती है।
6- किसी को judge करने से पहले एक बात जान लेते, उसके कपडे गंदे है जान्ने से पहले उसके हालात जान लेते।
7- वो तो हालातों के पिंजरे ने कैद कर लिया हमे, नहीं तो hawa में उड़ना तो हमे भी आता है।
8- लाखों छाले थे उस गरीब के पैरों पर, ज़रूर कम्बख्त उसूलों पर चला होगा।
9- मेरी इस हालात की वजह पूछते हो, मुझे पता होता तो मैं इस हाल में ना होता।

10- गरीबी सीखा गई उस बच्चे को घर चलाने का हुनर, जो कुछ साल पहले ही चलना सीखा था।
11- कभी सोचता हूँ ऐसे हाल में रहने से बेहतर काश मैं रहूँ ही ना।
12- तेरे दिल से निकाले जाने के बाद अब देख किस हाल में रह रहा हूँ मैं।
13- उस हसते बोलते की ज़ुबान ले ली, हालातों ने एक नज़र भर में मचलते ख़्वाबों की जान ले ली।
14- दोस्त सवेरे ही भाग गए मेरी और आती काली रात देख कर, रिश्ते और वक़्त दोनों ही पलट गए मेरे हालात देखकर।

15- अपने हालातों की खुद खबर नहीं मुझे, मैंने औरों से सुना है मैं परेशान हूँ आजकल।
16- परेशान रहा मैं उन काली रातों में, मैं ही जानता हूँ कैसे काटे हैं दिन बुरे हालातों में।
17- कभी खुद पर तो कभी हालात पर रोना आया, बातें निकली तो हर बात पर रोना आया।
18- उम्मीदों की आग भी हमने ही पाली थी अब जो दिल जला है इसमें तेरा कसूर क्या।
19- उम्मीदों की खिड़कियों से हमने घर सजाया था, उस पत्थर दिल ने एक ठोकर से शीशा चकना चूर कर दिया।
20- बातें दिल में दबाकर रखता हूँ क्यूंकि अब किसी से बताई नहीं जाती, उम्मीद नहीं रखता किसी से क्यूंकि अब उम्मीद लगाई नहीं जाती।
21- किसी पराए को क्या बुरा कहूँ, ये दर्द जो मिला है अपनी उम्मीदों का है।
22- मुझे नहीं किसी के ताक़तवर हाथों ने हराया है, मुझे तो मेरे अपने हालातों ने हराया है।
23- हालात नहीं ये आइना है जनाब ये दिखता है लोग असल में है कैसे।
24- दो दिल जो साथ चलते थे आज हालातों के हाथों दूर-दूर है।
25- गलती तेरी थी अब मेरे गलत होने का ताना मत दे, तू खुद ही बदलने की फ़िराक में था अब बुरे हालात होने का मुझे बहाना मत दे।
26- छोड़ने वाले छोड़ जाते हैं मुक़ाम कोई भी हो निभाने वाले निभा जाते हैं हालात जो भी हों।
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Manish mandola is a co-founder of bookmark status. He is passionate about writing quotes and poems. Manish is also a verified digital marketer (DSIM) by profession. He has expertise in SEO, GOOGLE ADS and Content marketing.