
1- सोचता था पहले की क्या ही खूबसूरत होगा गुलाब के आगे, पर जब आपको देखा तो गुलाब भी फीका दिखने लगा आप के आगे।

2- ज़िन्दगी गुलाब का गुलिस्तां हो जाए, जो आपका और मेरा मोहोब्बत का तय रिश्ता हो जाए।

3- सुनों आज तुम्हे मोहोब्बत के इज़हार में गुलाब भेजा है या यूँ कहो की तुम्हे पाने के लिए मैंने अपना ख़्वाब भेजा है।

4- सुना है गुलाब खूबसूरत है काफी माफ़ी चाहता हूँ मुझे आपके आगे वो कुछ ख़ास ना लगा।

5- जो तेरी मोहोब्बत को पाने का पूरा मेरा ख़्वाब हो जाए, महक जाए ये ज़िन्दगी खुदा कसम गुलाब हो जाए।
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6- पहले सोचा की उसे तोहफे में गुलाब दूँ फिर सोचा अब गुलाब को क्या ही गुलाब दूँ।

7- अगर होता इस जहान में कहीं भी गुलाबों का शहर खुदा कसम तुम उस जहान की रानी होती।

8- शराब में शबाब से खूबसूरत और फूलों में गुलाब और आप से खूबसूरत और कोई नहीं।

9- जिस महफ़िल में मौजूद तुम सा गुलाब होगा वहां खुशबू का कारवां शुरू अपने आप होगा।

10- अब क्या ही तारीफ करूँ आपकी गुलाब के आगे, मुझे ज्यादा खूबसूरत लगती हो तुम गुलाब के आगे।
11- जो अच्छा होता है समाज में उसके खिलाफ भी लोगों के पास कहने को बातें होती है, अब इसमें तो कोई दोराय नहीं की गुलाब में भी कांटे होते है।
12- सिर्फ गुलाब देने से अगर मोहब्बत हो जाती, तो माली सारे ‘शहर’ का महबूब बन जाता।
13- गुलाब भेजे थे जो तुम्हे महकते हुए, तुम ज्यादा महकती हो सुना ऐसा मैंने उन्हें कहते हुए।
14- अब गुलाब को गुलाब के लिए भेजूं तो क्या ही फायदा होगा, शराब आप जैसे जाम के लिए भेजूं तो क्या ही फायदा होगा।

15- मेरी ज़िन्दगी आपके रहते मेरे लिए ख़ास है क्या गुलाब खरीदूं अब मैं जब खुद गुलाब मेरे पास है।
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16- दिन के उजाले में आने लगे है हसीं ख़्वाब मुझे, प्यार से भेजा है तुमने एक गुलाब मुझे।
17- कांटो से हम बचते ही कैसे जब हमे पसंद ही गुलाब था।
18- लब जैसे गुलाब थे उसके बाल जैसे शाख थी, मैं तो देखता ही रह गया आँखों में उसकी इतनी खूबसूरत उसकी आँख थी।
19- आँखें तेरी शराब से कम नहीं लब तेरे गुलाब से कम नहीं, पागल हो जाते हैं तेरी एक झलक देख खुदा कसम तू किसी ख़्वाब से काम नहीं।

20- गुलाब के आगे हर फूल फीका है पर जिस गुलाब को तुम छू लो वो गुलाब भी तुम्हारी खूबसूरती का गुलाम हो जाए।
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21- कर सकूं जो तुम्हारी खूबसूरती को बयान ऐसे मेरी सूरत नहीं बस इतना कह सकता हूँ गुलाब भी बहुत देखे हैं पर वो भी तुम्हारी आगे ख़ास खूबसूरत नहीं।
22- वो किताब भी मेरे लिए किसी खिताब से कम नहीं जिसमे छुपाकर मैंने तेरा दिया हुआ गुलाब रखा है।
23- आ जाती है मुझे कभी-कभी तेरी याद खूबसूरत ख़्वाब देखकर, कभी इस खूबसूरत दुनिया को देखकर कभी खूबसूरत गुलाब देखकर।
24- समझ नहीं आता की क्या तारीफ करूँ तुम्हारी, तुम्हे गुलाब कहना भी गुलाबों की तारीफ है।

25- आज गुलाब भी खुद को सबसे खूबसूरत समझने लगा जब मैंने उसे तुम्हारे नाम से पुकारा।
26- मैं काँटों का वारिस तुम अफसर हो फूलों की क्यों ना हम मिलकर खुद को गुलाब बना दें।
27- तुम्हे कमल कह दूँ या गुलाब कह दूँ तुम्हे अनदेखा अजूबा कह दूँ या खूबसूरत ख़्वाब कह दूँ।
28- आज भी तेरे सिवाय किसी और की तरफ मोहोब्बत से देखा नहीं मैंने सूख गया तेरा गुलाब मगर फेंका नहीं मैंने।
29- क्यों करूँ तेरी तुलना मैं किसी गुलाब से गुलाब भी गुमान में चमक उठता है तेरे नाम से।
30- शोहरत जाम नाम मैं सब तेरे लिए छोड़ आया हूँ, उस गुलाब के लिए मैं बागो से हर खूबसूरत फूल तोड़ लाया हूँ।
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Manish mandola is a co-founder of bookmark status. He is passionate about writing quotes and poems. Manish is also a verified digital marketer (DSIM) by profession. He has expertise in SEO, GOOGLE ADS and Content marketing.