1- इसलिए मैं तुमसे कहता हूँ, मांगो और तुम्हे ये दिया जायेगा; खोजो, और तुम्हे मिलेगा ; खटखटाओ, और तुम्हारे लिए दरवाजे खोल दिए जायेंगे।
2- मेरे लिए दरवाजे खोलो, जैसे मैंने खुद को तुम्हारे लिए खोला है।
3- मेरा राज्य इस दुनिया का नहीं है. अगर होता तो मेरे सेवक यहूदियों द्वारा मेरी गिरफ्तारी रोकने के लिए लड़ते. लेकिन मेरा राज्य किसी और जगह है।
4- मनुष्य को सिर्फ रोटी के लिए नहीं जीना चाहिए, बल्कि ईश्वर के मुख से निकले हुए हर शब्द के मुताबिक जीना चाहिए।
5- यदि तुम एकदम सही होना चाहते हो, जाओ, अपनी सारी संपत्ति बेच दो और गरीबों को दे दो, और तुम्हे स्वर्ग में खजाना मिलेगा।
6- मुझे अपने जीवन, अपनी दुनिया में आने दो, मुझ पर आश्रित रहो, ताकि तुम सच में जीवित हो सको।
7- चलो तुममे से एक ; जो पापी ना हो वो पत्थर मारने वाला पहला व्यक्ति हो।
8- चिकित्सक की ज़रुरत स्वस्थ को नहीं बीमार को होती है. मैं पवित्र लोगों को बुलाने के लिए नहीं , बल्कि पापीयों के पश्चाताप के लिए आया हूँ।
9- मैं मार्ग हूँ, सत्य हूँ, और जीवन हूँ, मुझसे हुए बिना कोई पिता तक नहीं पहुँचता।
10- यदि तुम उनसे प्रेम करते हो जो तुमसे प्रेम करते हैं, तुम्हे इसका क्या श्रेय मिलेगा ? क्योंकि पापी भी उससे प्रेम करते हैं जो उनसे प्रेम करता है. और यदि तुम उनका भला करते हो जो तुम्हारा भला करते।
11- यदि जो तुम्हारे भीतर है उसे सामने लाओ, तो वो तुम्हे बचाएगा. यदि जो तुम्हारे भीतर है उसे सामने नहीं लाते हो, तो वो तुम्हे नष्ट कर देगा।
12- मैं तुम्हे सत्य बताता हूँ, संपन्न व्यक्ति के लिए स्वर्ग में प्रवेश करना कठिन है. मैं एक बार फिर यकीन दिलाता हूँ, संपन्न व्यक्ति के स्वर्ग में प्रवेश करने से आसान ऊंट के लिए सुई के छेद से निकलना है।
13- हर कोई जो स्वयं की प्रशंशा करता है उसे विनम्र किया जाएगा, और हर कोई जो स्वयं को विनम्र करता है उसकी प्रशंसा होगी।
14- जो भी तुमसे मांगता है उसे दो; और जो तुम्हारा सामान ले जाएं उनसे दुबारा मत पूछो . और जैसा व्यवहार तुम उन लोगों से चाहते हो , वैसा उनके साथ करो।
15- यदि तुम उससे प्रेम करते हो जो तुमसे प्रेम करता है, तुम्हे क्या इनाम मिलना चाहिए? क्या टैक्स कलेक्टर भी यही काम नहीं करते हैं?
16- क्योंकि भगवान दुनिया से इतना प्रेम करते थे कि उन्होंने अपना इकलौता पुत्र दे दिया, वो जो उसमे यकीन करता है मृत नहीं होगा बल्कि उसका जीवन चिरकालिक हो जायेगा।
17- ध्यान से देखो, मैं दरवाजे पर खड़ा होकर खटखटा रहा हूँ. यदि कोई मेरी आवाज़ सुनता है और दरवाज़ा खोलता है, मैं उसके अन्दर आऊंगा और उसके साथ में खाऊंगा, और वो मेरे साथ।
18- जिस प्रकार पिता ने मुझसे प्रेम किया है, उसी तरह मैंने तुमसे प्रेम किया है।
19- अपने दिल को आफत में मत डालो. ईश्वर में भरोसा रखो; मुझमे भी भरोसा रखो।
20- लेकिन मैं तुमसे कहता हूँ, अपने दुश्मनों से प्रेम करो और उनके लिए प्रार्थना करो जो तुम्हे सताते हैं, ताकि तुम उस पिता की संतान बन सको जो स्वर्ग में है; क्योंकि वह अपना सूर्य बुराई और अच्छाई दोनों पर वर्षा करता है।
21- स्वर्ग में और पृथ्वी पर सारे अधिकार मुझे दिए गए हैं।
22- सभी हुक्मनामें : तुम्हे व्यभिचारिता नहीं करनी चाहिए, तुम्हे हत्या नहीं करनी चाहिए, तुम्हे चुराना नहीं चाहिए, तुम्हे लालच नहीं करनी चाहिए, और ऐसी ही चीजें इस एक आदेश में निहित हैं: तुम्हे अपने पडोसी से स्वयं जैसे प्रेम करना चाहिए।
23- यह निश्चित है कि मैं भगवान हूँ, सभी मेरे आगे झुकेंगे, और मानेगे की मैं भगवान हूँ।
24- और यह समझो कि मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ हाँ, काल के अंत तक।
25- मैं तुम्हे एक नया आदेश देता हूँ, एक दूसरे से प्रेम करो जैसे मैंने तुमसे प्रेम किया है, तुम एक दूसरे से प्रेम करो। – jejus
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